उदयपुर में हालात नियंत्रण में, जनजीवन सामान्य,मुख्यमंत्री की संवेदनशील पहल,
जयपुर से विशेष चार्टर से भेजी विशेषज्ञ चिकित्सकों की टीम
घायल छात्र के स्वास्थ्य में सुधार
संभागीय आयुक्त, जिला कलक्टर सहित अन्य अधिकारियों ने रखी स्थिति पर नजर
गौरव रक्षक/राजेन्द्र शर्मा
उदयपुर, 17 अगस्त।
स्कूली बच्चों के विवाद के बाद उपजे हालातों पर प्रशासन और पुलिस की सजगता से समय रहते नियंत्रण पा लिया गया है। शुक्रवार शाम को हुई छूटपुट घटनाओं के अलावा शनिवार को पूरे दिन शहर में शांति एवं कानून व्यवस्था कायम रही। जनजीवन पूरी तरह से सामान्य रहा। एहतियातन विद्यालयों में अवकाश रहा। शहर में बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात रहा। उधर, मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा ने संवेदनशील पहल करते हुए घायल छात्र को बेहतर से बेहतर चिकित्सा उपलब्ध कराने के लिए जयपुर स्थित सवाई मानसिंह चिकित्सालय से तीन विशेषज्ञ चिकित्सकों के दल को विशेष चार्टर से उदयपुर भेजा। टीम ने आरएनटी मेडिकल कॉलेज के चिकित्सकों के साथ समन्वय करते हुए छात्र के उपचार की जानकारी ली तथा आवश्यक सुझाव दिए। इधर, जिला कलक्टर अरविन्द पोसवाल, पुलिस अधीक्षक योगेश गोयल ने शनिवार को शहर के विभिन्न स्थलों का जायजा लेकर स्थिति की जानकारी ली। वहीं शहर भर में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए 26 कार्यपालक मजिस्टेªट भी तैनात रहे।
मुख्यमंत्री ने भेजी चिकित्सकों की टीम
मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा उदयपुर की लगातार स्थिति पर लगातार नजर रखे हुए हैं। उन्होंने संभागीय आयुक्त व जिला कलक्टर से घायल छात्र के उपचार के संबंध में फीडबैक लिया। साथ ही बच्चे को बेहतर से बेहतर चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने की प्रतिबद्धता दर्शाते हुए सवाई मानसिंह अस्पताल जयपुर से 3 विशेषज्ञ चिकित्सकों की टीम को विशेष चार्टर विमान से उदयपुर भेजा। आरएनटी मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ विपिन माथुर ने बताया कि जयपुर से आए टीम में न्यूरोलॉजिस्ट डॉ दीपक जैन, नेफ्रोलॉजिस्ट डॉ राकेश गुप्ता तथा कॉर्डियोलॉजिस्टिक विभाग की प्रोफेसर डॉ अनुला शिशोदिया शामिल हैं। टीम बच्चे का उपचार मंे जुटे आरएनटी मेडिकल कॉलेज के विशेषज्ञ चिकित्सकों के साथ मिलकर बच्चे के स्वास्थ्य पर नजर रखे हुए हैं। डॉ माथुर ने बताया कि घायल छात्र की स्थिति स्थिर बनी हुई है। अत्यधिक खून बहने से उसके शरीर के अन्य अंगों में दिक्कत आई है। बच्चे को लगभग 12 युनिट रक्त चढ़ाया गया है तथा अब उसकी हालात में धीरे-धीरे सुधार आ रहा है। पूरी उम्मीद है कि बच्चा जल्द से जल्द रिकवर हो जाएगा।
रात भर रही चौकसी, सुबह से चहलपहल
बच्चों के विवाद के बाद शहर में कानून व्यवस्था बिगड़ने की आशंका पर संभागीय आयुक्त राजेंद्र भट्ट, डीआईजी राजेंद्रप्रसाद गोयल, जिला कलक्टर अरविन्द पोसवाल, पुलिस अधीक्षक योगेश गोयल ने शुक्रवार देर शाम को जनप्रतिनिधियों और प्रबुद्धजनों के साथ बैठक की थी। आईजी अजयपाल लांबा के निर्देशन में रात्रि में शहर के सभी प्रमुख स्थलों, संवेदनशील क्षेत्रों में पुलिस बल तैनात रहा। अधिकारियों ने स्वयं देर रात तक शहर का भ्रमण कर स्थिति का जायजा लिया। साथ ही आमजन से धैर्य एवं शांति व्यवस्था बनाए रखने की अपील की। प्रशासन और पुलिस की चौकसी के चलते रात्रि में कहीं पर भी अप्रिय घटना की सूचना नहीं मिली। शनिवार सुबह से शहर में आम दिनों की तरह चहलपहल रही। शहर के सभी प्रमुख मार्गों पर आवागमन सुचारू रहा। इक्का-दुक्का को छोड़ कर अधिकांश बाजार भी खुले रहे।
जिला कलक्टर ने किया दौरा, अस्पताल पहुंच कर ली जानकारी
जिला कलक्टर अरविन्द पोसवाल व पुलिस अधीक्षक योगेश गोयल ने शनिवार सुबह शहर का दौरा किया। उन्होंने शहर के सभी प्रमुख व संवेदनशील क्षेत्रों का भ्रमण कर स्थिति की जायजा लिया। पोसवाल ने आमजन से संवाद करते हुए शांति और सौहार्द बनाए रखने तथा अफवाहों से सावधान रहने की अपील की। उन्होंने एमबी अस्पताल पहुंच कर घायल छात्र के उपचार को लेकर चिकित्सकों से जानकारी ली।