डेंटल चिकित्सक ,जिसने अपनी प्रैक्टिस से साबित कर दिया कि डेंटल अब एक अमूर्त अवधारणा नहीं है..
गौरव रक्षक/राजेन्द्र शर्मा
उदयपुर 14 जुलाई l
एक समय था जब पेशे से डॉक्टर, इंजीनियर या शिक्षक स्पष्ट रूप से अपने पेशे में काम करते थे और बस इतना ही होता था। वे समाज द्वारा निर्धारित की गई बातों से परे सोचने की हिम्मत नहीं करते थे। यह कहानी डॉ. अनिकेत छाजेड़ की है जो की मुंबई धुले (महाराष्ट्र) के रहने वाले है, और पैसिफिक डेंटल हॉस्पिटल में एम डी एस 1 ईयर रेजिडेंट डिपार्टमेंट ऑफ कंजरवेटिव डेंटिस्ट्री एंड एंडोडॉन्टिक्स , जो अभी उदयपुर के पैसिफिक डेंटल हॉस्पिटल में है। जिन्होंने यह साबित करने के लिए डेंटल चिकित्सा मे छलांग लगाई कि वे साधारण नहीं रह सकते , डेंटल सर्जन होने के बावजूद उन्होंने बहुत आगे की सोच रखी।
डॉ. अनिकेत का अभ्यास मेरे द्वारा कई राज्यों में की गई यात्राओं के दौरान देखी गई सर्वश्रेष्ठ दंत चिकित्सा पद्धतियों में से एक अहम है। डाक्टर अनिकेत नरमदिल ,दयालु और बहुत मददगार हैं। हमने डॉ. के साथ दंत शल्य चिकित्सा करवाई है ,और मैं किसी को भी उनके अभ्यास की अत्यधिक अनुशंसा करूंगा।
डॉ. अनिकेत के माध्यम सभी उपचारों के दौरान, चाहे वे बड़े हों या छोटे, मुझे कोई दर्द नहीं हुआ, जो एक दंत चिकित्सक के लिए बहुत ज़रूरी है!
डाक्टर अनिकेत ने अपनी लगन, ज्ञान, कड़ी मेहनत और प्रगतिशील सोच से खुद को एक डेंटिस्ट के रूप में स्थापित कर लिया। अब वह एक सफल और निपुण चिकित्सक हैं अनिकेत ने अपना करियर डेंटिस के रूप मे चमकाया।