असंवेदनशीलता कि हद , नहीं मिला वाहन, जिंदा जले बालक के शव को पोटली में बांधकर घर ले गए परिजन..

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असंवेदनशीलता कि हद , नहीं मिला वाहन, जिंदा जले बालक के शव को पोटली में बांधकर घर ले गए परिजन..

गौरव रक्षक/राजेंद्र शर्मा

9 मई , डिंडौरी मेहंदवानी ।

झोपड़ी में लगी भीषण आग से जिंदा जले चार वर्षीय दिव्यांग बालक के शव का पोस्टमार्टम सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मेहंदवानी में किया गया। शव को पोटली में बांधकर परिजन दोपहिया वाहन से ही अपने घर अंतिम संस्कार के लिए ले गए। शव को सम्मान के साथ घर तक ले जाने के लिए शव वाहन तक नहीं मिला। पीडित परिवार के लोग ही मजबूरन शव को पोटली में बांधे और दोपहिया वाहन से घर तक ले गए।

दिव्यांग बालक सहित दो बैल जिंदा जल गए थे
गौरतलब है कि जिले के मेहंदवानी थाना अंतर्गत ग्राम भुरका के बैगान टोला के एक खेत में बने झोपड़ी में आग लगने से सोमवार की शाम दिव्यांग बालक सहित दो बैल जिंदा जल गए थे। जिस स्थान पर झोपडी बनी थी उस स्थान पर फायर ब्रिगेड भी नहीं पहुंच पाई। किसी तरह डिब्बों में पानी लाकर मृत बालक के शव के आसपास आग बुझाते हुए उसका शव देर शाम बाहर निकाला गया था। शव को पोस्ट मार्टम के लिए सोमवार की शाम ही मेहंदवानी लाया गया, लेकिन पोस्ट मार्टम मंगलवार की सुबह किया गया। पीडि़त परिजनों को राशन के साथ आर्थिक सहायता राशि दी गई है।

डेढ किलोमीटर दूर पानी लेने गया था दादा
बताया गया कि ग्राम भुरका के बैगान टोला निवासी टीका राम पिता फुंदी लाल उईके 65 वर्ष खेत में घास फूस की झोपड़ी बनाकर रह रहा था। सोमवार की शाम जब टीकाराम के तीन नाती झोपड़ी में ही खेल रहे थे, तब वह लगभग डेढ किलोमीटर दूर कुआं से पानी लेने चला गया था। टीकाराम का बेटा हीरा उईके कठौतिया बाजार करने गया था और उसकी बहु कमला बाई उसी समय ग्राम बर्रई गई थी। टीकाराम के तीनों नाती जिनमें बड़ा नाती कंचन छह वर्ष, मृतक चंदन चार वर्ष और दो वर्षीय नातिन दायमनी खेल रहीं थी। जब टीकाराम पानी लेकर लौट रहा था तो उसने दूर से झोपड़ी में भयानक आग लगी देखी। आग लगने के बाद कंचन और दायमनी तो बाहर निकल आए, लेकिन पैर से दिव्यांग होने के चलते चंदन बाहर नहीं आ सका और घर जल गया।

इन्होंने क्या कहा
परिजनों को राशन देने के साथ प्रारंभिक तौर पर पांच हजार की आर्थिक सहायता दी गई है। चार लाख रूपये शीघ्र ही मिल जाएंगे। सामग्री सहित आवास जलने का सर्वे कराया गया है। इसका मुआवजा भी शीघ्र मिलेगा। जहां तक शव ले जाने के लिए वाहन न मिलने की बात है तो मैंने जानकारी ली है। मेहंदवानी स्वास्थ्य केंद्र में शव वाहन न होने से समस्या आई है। यहां शव वाहन की व्यवस्था करने का प्रयास किया जाएगा।
अनुराग सिंह एसडीएम शहपुरा।

मृतक के शव का पोस्ट मार्टम कराने के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया है। मामले की जांच चल रही है। एफएसएल टीम के साथ डाग स्क्वाड भी मौके पर जाकर जांच किया है। आग लगने से झोपडी पूरी तरह जलकर खाक हो गई। पीडित परिजनाें को उनके मामा के यहां शिफ्ट कराया गया है। पहुंच विहीन क्षेत्र होने के चलते यहां मौके पर फायर ब्रिगेड भी नहीं पहुंच पाया।

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