अंधे मर्डर का खुलासा : पाँच
गिरफ्तार, 50 वारदातों का खुला राज
गौरव रक्षक/राजेंद्र शर्मा
भीलवाड़ा 26 अगस्त ।
भीलवाड़ा जिले के रायपुर थाने के सुरास गांव के प्यारचंद कुमावत की हत्या की गुत्थी पुलिस ने सुलझा ली है। इस वारदात में लिप्त अंतरराज्य लूट गिरोह के सरगना सहित 5 लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। इनसे लूट की और भी वारदातें खुली है। खबर के अनुसार पुलिस अधीक्षक ने हत्यारों को पकडऩे या हत्यारों की खबर पुलिस वालों को देने वालों को 25 हजार रुपये ईनाम देने की घोषणा की थी। प्रारंभिक पूछताछ में इन बदमाशा से भीलवाड़ा जिले में करीब एक दर्जन वारदातों सहित करीब 50 वारदातों का खुलासा होने का पुलिस ने दावा किया है।
पुलिस अधीक्षक आदर्श सिद्धू ने बताया कि सुरास गांव में 16 जुलाई 2023 की रात डेढ़ से दो बजे के बीच बदमाशों ने रात्रि के समय प्यारचंद 65 पुत्र छोगा कुमावत के मकान में पीछे का दरवाजा तोड़कर प्रवेश किया था। लूट के इरादे से बदमाशों ने मकान के बरामदे में सोये प्यारचंद कुमावत की हत्या कर दी, जबकि उसकी पत्नी अणछी देवी के पहने गहने लूट लिये। इससे वह घायल हो गई थी। इसे लेकर मृतक के भतीजे रामचंद्र पुत्र रायमल कुमावत ने एफआईआर दर्ज करवाई थी। इस वारदात का खुलासा नहीं होने से गत दिनों पुलिस अधीक्षक ने इस वारदात को अंजाम देने वाले बदमाशों को पकड़ने या पकड़वाने के लिए सही सूचना देने वाले व्यक्ति को 25 हजार रुपये का ईनाम देने की घोषणा की थी। ईनाम घोषित होने के बाद इस मामले में पुलिस को अहम सुराग हाथ लगा। पुलिस ने 5 लोगों को गिरफ्तार कर पूछताछ की तो वारदात का खुलासा हो गया। इन बदमाशों से भीलवाड़ा जिले की एक दर्जन वारदातों सहित करीब 50 वारदातों का खुलासा होने का पुलिस ने दावा किया है।
ये है वारदात को अंजाम देने वाले बदमाश
दिनेश उर्फ राजा 22 पुत्र नगजीराम कालबेलिया निवासी केसरखेड़ी, कपासन हाल चौगावड़ी, गंगरार, आकाश उर्फ भल्ला 20 पुत्र नगजीराम कालबेलिया निवासी केसरखेड़ी हाल चौगावड़ी, गंगरार, कालू नाथ 22 पुत्र मोहन उर्फ सोहन कालबेलिया, सुरेशनाथ 21 पुत्र प्रकाशनाथ कालबेलिया व राजूनाथ 35 पुत्र हीरानाथ उर्फ ईश्वर नाथ कालबेलिया निवासी आरणी, राशमी हाल माल्याखेड़ी बांडा चौराहा, सोनियाणा चित्तौडग़ढ़।
150 संदिग्धों से पूछताछ के बाद मिली सफलता
पुलिस ने वारदात का खुलासा करने के लिए संदिग्धों की धरपकड़ के लिए संभावित स्थानों पर दबिशें दी। परंपरागत पुलिसिंग, मुखबिर तंत्र और साइबर सैल की मदद से विश्लेषण किया। कई लोगों से पूछताछ की गई। इस तरह की जहां भी वारदातें हुई, उनमें लिप्त बदमाशों से अनुसंधान किया गया। जेल में बंद बदमाशों से भी पूछताछ की। इस तरह अथक प्रयास के बाद पुलिस को यह कामयाबी हांसिल हुई।
बदमाशों का यह है तरीका-वारदात
पुलिस का कहना है कि ये बदमाश बेहद शातिर व आदतन अपराधी हैं, जो की एक गिरोह के रूप में काम करते हैं। जिनमें स्थानीय व बाहरी लोगों को शामिल करते हैं । ये बदमाश जहां भी वारदात करनी होती, वहां आस-पास डेरे डालकर रैकी करते, ताकि इनको मार्ग आदि की पूरी जानकारी हो जाती। डेरे हटाने के बाद इन स्थानों पर वारदात को अंजाम दिया जाता।
पहले योजना बनाते, फिर…
ये बदमाश पहले वारदात को अंजाम देने के लिए एकत्रित होकर योजना बनाते। योजना के बाद सभी बदमाश बाइक लेकर पूर्व से चयनित वारदातस्थल से एक से दो किलोमीटर दूर बाइक को छुपा कर पैदल ही गांव में जाते। आबादी क्षेत्र के बाहर के मकानों में इनके द्वारा वारदात को अंजाम दिया जाता। आधे लोग बाहर नजर रखते, जबकि बाकी मकान में जाकर लूटपाट करते। जाग या विरोध होने पर जानलेवा हमला कर भाग निकले। सुरक्षित स्थान पर पहुंच कर लूटे गये माल का बंटवार कर अपने ठिकानों पर चले जाते थे।
दो जिलों के नौ थाना इलाकों में लूट, चोरी व नकबजनी कबूली
पुलिस का कहना है कि बदमाशों ने कोटड़ी क्षेत्र इस वर्ष में 11, जबकि पिछले वर्ष एक वारदात को अंजाम देना कबूल किया है। कबूली गई वारदातों में वर्ष 2023 में कोटड़ी में दो, प्रताप नगर एक, गंगापुर एक, कारोई दो, करेड़ा एक, बागौर दो, रायपुर, रायला और उदयपुर के मावली क्षेत्र में एक-एक वारदातें कबूली है। इनमें रायला थाना सर्किल की वारदात वर्ष 2022 में हुई थी। ये सभी वारदातें चोरी, नकबजनी और लूट की बताई गई है।
राजूनाथ पर उदयपुर, राजसमंद में 15, दिनेश पर 5 और आकाश पर एक मामला दर्ज है
पुलिस ने इन बदमाशों का आपराधिक रेकार्ड खंगाला तो कई चौंकाने वाले खुलासे हुये हैं।आरोपित राजूनाथ पर वर्ष 2005 में लूट के 2 मामले उदयपुर के मावली थाने में दर्ज हुये थे। इसके बाद से 2014 तक उसके खिलाफ नाथद्वारा, राजसमंद में नौ मामले चोरी, नकबजनी व लूट के दर्ज हुये। उदयपुर के कानोड, फतेहनगर व मावली में तीन मामले दर्ज हैं। इसी तरह दिनेश के खिलाफ 2020 में राशमी व कपासन थाने में मारपीट, चोरी, लूट व डकैती के 5 मामले, जबकि आकाश के खिलाफ चंदेरिया में नकबजनी का एक मामला दर्ज है।
ये थे पुलिस टीम में शामिल
पुलिस अधीक्षक आदर्श सिद्धू ने वारदात को ट्रेस करने के लिए एएसपी सहाड़ा रोशन पटेल के निर्देशन, डीएसपी लाभूराम के सुपरविजन में टीम गठित की। इस टीम में रायपुर थाना प्रभारी सिद्धार्थ प्रजापत, कारोई थाना प्रभारी हंसपाल सिंह, एएसआई अयूब मोहम्मद, आशीष कुमार, हैड कांस्टेबल भवानी सिंह, नाथू सिंह, करण सिंह, सत्यनारायण, दीपक, चंद्रपाल, किशोर, निरंजन, राधेश्याम, पिंटू कुमार, मेघाराम, नैनपाल सिंह, जसवंत सिंह, विशन सिंह, प्रताप विश्नौई, राजाराम,ऋषिकेश, पवन कुमार, दिलीप सिंह, रविंद्र शामिल थे।