उद्योग और शिक्षण संस्थानों के बीच बेहतर सहयोग के लिए संगम यूनिवर्सिटी द्वारा उद्योग-अकादमिक मीट का आयोजन

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उद्योग और शिक्षण संस्थानों के बीच बेहतर सहयोग के लिए संगम यूनिवर्सिटी द्वारा उद्योग-अकादमिक मीट का आयोजन

गौरव रक्षक/राजेंद्र शर्मा

भीलवाड़ा 17 जुलाई ।

 

शिक्षा एवं उद्योग हमारी अर्थव्यवस्था के दो महत्वपूर्ण स्तंभ हैं। दोनों के बीच एक अच्छा तालमेल हमारी विकासशील अर्थव्यवस्था, शिक्षा प्रणाली में विकास और नवाचार को बढ़ाने में बहुत मददगार हो सकता है इसी पर चर्चा करने के उद्देश्य से संगम विश्वविद्यालय द्वारा उद्योग अकादमी मीट का आयोजन किया गया। संगम विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो डॉ करुणेश सक्सेना ने प्रतिनिधियों का स्वागत किया एवं इंडस्ट्री और एकेडमिक वर्ल्ड के बीच क्वालिटी एजुकेशन के पारस्परिक लाभ के लिए उद्योग अकादमी सम्मेलन की महत्ता को बताया एवं नेशनल असेसमेंट एंड अक्रेडिशन कौंसिल (एन.ए.ए.सी.) से मान्यता प्राप्त संगम यूनिवर्सिटी के द्वारा हाल ही में किये गए रिटेलर एसोसिएशन ऑफ इंडिया(आरएआई) मुंबई, स्किल काउंसिल फॉर माइनिंग सेक्टर (एससीएमएस), लोजिस्टिक्स सेक्टर स्किल काउंसिल (अलएससी) के साथ हुवे एमओयू करार के बारे में भी बताया|

विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार प्रो डॉ राजीव मेहता ने सभी आये हुए प्रतिनिधियो का आभार जताया और बताया संगम विश्वविद्यालय विद्यार्थियों के सर्वागीण विकास एवं उद्योग तैयार पेशेवरो के निर्माण के लिए प्रतिबद्ध है एवं विश्विद्यालय के विद्यार्थियों द्वारा पीछे एक दशक से निजी, सरकारी, स्वउद्यम, खेल, साहित्य एवं सांस्कृतिक क्षेत्रों में परचम फेहराया जा रहा है|

ट्रेनिंग एवं प्लेसमेंट प्रमुख एवं कार्यक्रम संयोजक अनुराग शर्मा ने बताया की इस सम्मेलन का मुख्य उद्देश्य उच्च शिक्षा की गुणवत्ता और प्रासंगिकता को बढ़ाने और साथ ही उद्योग एवं विश्वविद्यालय के बीच संपर्कों को मजबूत करना है |

आयोजन सचिव एवं प्लेसमेंट अधिकारी आशीष वर्डिया ने बताया की पैनल चर्चा में डॉ अविनाश चौधरी (एनएसआईसी), रिलेश माथुर (एयू स्मॉल फाइनेंस बैंक), मानस पाणिग्रही(सीईएमसीए), शरद मिश्रा(एंड्रिट्ज), डॉ पी.एम. बेसवाल (रंजन सुटिंग्स) एवं संगम विश्वविद्यालय से डॉ विभोर पालीवाल, अनुराग शर्मा ने हिस्सा लिया और उद्योग की आवश्यकता के अनुसार शैक्षणिक पाठ्यक्रम में बदलाव और डिजिटलीकरण पर चर्चा करने के साथ ही वर्तमान सामाजिक आवश्यकता पर आधारित उद्योग और शिक्षा के मुद्दों पर भी विस्तार से चर्चा की|

कई वर्षों से, शिक्षा प्रणाली में नवाचार ने व्यवसायों के संचालन के तरीके को प्रभावित किया है। आज नौकरी के बाजार में प्रवेश करने वाले मिलेनियल्स नई तकनीकों और सहयोग करने के तरीके सीखने के लिए तैयार हैं। उद्यमियों और शैक्षणिक संस्थानों को इस अवसर को पहचानने और भारत को वैश्विक नवाचार केंद्र बनाने के लिए सहयोग के लिए एक रचनात्मक ढांचे का निर्माण करने की आवश्यकता है। संगम विश्विद्यालय द्वारा इन आवश्यकताओं को समझते हुए नेशनल एजुकेशन पालिसी २०२० को आत्मसात किया है एवं नवाचार की और विभिन्न कदम उठाये है। इसके लिए विशविद्यालय ने रेटियल, लोजिस्टिक्स, माइनिंग एवं स्किल डेवलपमेंट के क्षेत्र में नए पाठ्यक्रमों को लागू किया है।

इसी क्रम में इस सत्र में आये हुए उद्योग एवं शिक्षा क्षेत्र के अन्य प्रतिनिधियों ने एक दूसरे की आवश्यकताओं को समझाने के साथ साथ उद्योग और शिक्षण संस्थानों के बीच बेहतर सहयोग के संभावित अवसरों पर अपने विचार रखे। रिसर्च डीन डॉ राकेश भंडारी ने इस चर्चा के उपरांत चर्चा के महत्वपूर्ण निष्कर्षो को बताया एवं संगम विश्वविद्यालय की और से आगामी समय में किये जाने वाले नवाचारों को साझा किया।

इसी सत्र में भीलवाड़ा और आसपास के क्षेत्र की अग्रणी उद्योग संस्थाओ नितिन स्पिनर्स, सुगम सोलर, क्रिएटिव ऑटोमेशन, ओस्तवाल ग्रुप, बिट्स टेक्निक्स, आकांक्षा इंटरप्राइजेज, थॉट पर्ल, टेक्नोलॉजी ट्विस्ट, शारदा एवरग्रीन, साधना सूटिंग, इंडसइंड बैंक, उम्मीद फाइनेंस, आनंद राठी, संधा & कॉ, इंनोवाटेक, स्मार्ट टेक्नोलॉजीज, अ इंफ्रास्ट्रक्चर , मॉडर्न वूलन्स, टेक 2टेक्नोलॉजीज़, यश स्टोन्स, एमिनेंट डीलर्स, आदित्य बिरला कैपिटल, कृष्णा ग्रीन्स, सुदीवा स्पिनर्स, आर अस बैरागि वैल्यूएशन, श्री अलॉयज, बी अस एल लिमिटेड, रत्नाकर इस्पात, महेश बैंक, सिक्योरमीटर्स, डायनामिक एलेकपावर, निर्मल बंग, लग्नं स्पिनटेक्स, मोतीलाल ओसवाल, एक्सिस बैंक, वर्सटाइल इंफोसॉफ़्ट, साखी आर्गेनिक, एचडीएफसी बैंक के प्रतिष्ठित प्रतिनिधियों को उनके शिक्षा के क्षेत्र में निरंतर सहयोग के लिए सम्मानित किया गया|

कार्यक्रम में संगम विश्वविद्यालय के सभी विभागाध्यक्ष, हेड मार्केटिंग, पीआरओ, एडमिन आदि भी मौजूद रहे|

कार्यक्रम के सफल सम्पादन में अतुल पाराशर, नेहा सभरवाल, अक्षत शंकर शर्मा, जय कालिया, डॉ विकास सोमानी, अमित जैन, लेफ़्टिनेंट राजकुमार जैन,पवन आत्रेय एवं विद्याथियो का सहयोग सरहानीय रहा|

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