यह कुप्रथा यहां सदियों से चली आ रही है।
यहां जैसे ही जवान हो जाती है बेटी, पिता बना लेता है उसे अपनी दुल्हन, और फिर होता है कुकर्म।
गौरव रक्षक/ राजेंद्र शर्मा
बांग्लादेश की मंडी जन जाति के लोगों को यह कुप्रथा बंद कर देना चाहिए। क्योंकि सारी दुनिया बदल रही है और तरक्की के रास्ते पर चल रही है । इसलिए ऐसी कुप्रथा को बंद कर देना चाहिए, ताकि उनकी बच्चियों का जीवन सुधर सके और वह खुलकर जी सके।
⚫ यह है कुप्रथा
दुनिया में एक पिता अपनी बच्ची को पालता है । लेकिन इस खबर में ऐसी जगह का जिक्र कर रहे हैं जहां बच्ची के जवान होने पर उसका पिता ही उसका पति बन जाता है । दुनिया में कई तरह की प्रथाएं और कुप्रथा आपको देखने और सुनने को मिल जाती हैं। यहां एक ऐसी कुप्रथा देखने को मिल रही है । यहां इस कुप्रथाओं के कारण कई महिलाओं की जिंदगी बर्बाद हो जाती है । बांग्लादेश के मंडी जनजाति की एक प्रथा ऐसी है जिसके बारे में जानकर आप हैरान रह जाएंगे। यहां एक पिता अपनी बच्ची को पालता पोसता है। और जब वह जवान हो जाती है, तो उसका पति बन जाता है। सुनने में अजीबो गरीब है यह परंपरा , लेकिन यह सच्चाई है ।
आपको बता दें कि मंडी जनजाति में जब कोई पुरुष कम उम्र की विधवा से विवाह करता है, तब से ही यह तय हो जाता है कि उस महिला की बेटी आगे चलकर उस शख्स के साथ विवाह करेगी । जब भी इस समुदाय में कोई पुरुष की कम उम्र की विधवा से शादी करता है, तब यह बात फाइनल कर दी जाती है कि उसकी सौतेली बेटी उसकी पत्नी बनेगी । जिस पुरुष को बच्ची छोटी उम्र में पिता बुलाती है, वही उसका आगे चलकर पति बन जाता है। यहां यह प्रथा आज से नहीं बल्कि सदियों से चली आ रही है । इस कुप्रथा के लिए पिता का सौतेला होना जरूरी है । जब एक विधवा से दूसरा पुरुष शादी करता है , वह उस महिला की पहली शादी से हुई बच्ची से आगे चल कर शादी करता है । इस जनजाति के लोग बताते है की इसके पीछे का तर्क यह है की कम उम्र का पति अपनी पत्नी और बेटी दोनों को लंबे समय तक सुरक्षा देता है।
उसकी सुरक्षा करता है । इस कुप्रथा से यहां मंडी जनजाति की कई लड़कियों का जीवन बर्बाद हो चुका है। जिसे बच्चियां बचपन में अपना पिता मानती हैं, उन्हें बाद में विवश हो कर उसे अपना पति मानना पड़ता है ।