आखिर पशुतस्करों से सांठगांठ के आरोप में चार पुलिसकर्मी लाइन अटैच
गौरव रक्षक/शिवभानु
सतना,14जून
▪️क्या उत्तर प्रदेश के माफिया हत्थे चढ़ेगे
सतना -अब यह सिद्ध हो चुका है कि सिविल लाइन पुलिस की पशु तस्करों से सांठगांठ है इन तस्करों का नेटवर्क सिटी कोतवाल, सिविल लाइन व नागौद थाने से संरक्षण प्राप्त है । चार पुलिसकर्मी तो लाइन अटैच हो गए लेकिन खूंथी और नजीराबाद के पशु तस्करों का दलाल आरक्षक संदीप तिवारी बच गया है वैसे यह सुकून देने वाली बात है कि अब पुलिस कप्तान की सूक्ष्म नजर अपने महकमे के उन दलालों पर पढ़िए जो माफिया के दूत बनकर समाज विरोधी कृत्य में शामिल हैं सिटी कोतवाली और सिविल लाइन थाना माफियाओं और अनैतिक कार्य करने वालों के गॉडफादर बने हुए है । अटैच किए गए पुलिसकर्मी अपने कोतवालो की शह पर उनके लिए ही सब कुछ कर रहे थे । उत्तर प्रदेश के बड़े बांटेड अपराधी इन्हीं पुलिसकर्मियों की मदद से कोतवालों को पैसा देकर सतना में रह रहे हैं समाज व देश हित में इनका पर्दाफाश होना जरूरी है । कुछ कोतवाल समाज की सुरक्षा की कीमत पर सतना का सौदा कर रहे हैं यहां वहीं पुलिस नेतृत्व सफल होता है जो वर्दी में छिपे स्थानीय पृष्ठभूमिभूमि के माफिया एजेंटो को पहचान लेता है ।
▪️बेला चौकी प्रभारी के संरक्षण में आतंक है कुशवाहा बंधुओं का
वेकेशन वैली वाटर पार्क में हुई घटना से यह साबित कर दिया है कि जिले के सार्वजनिक जगह पर परिवार के साथ जाना खतरे से खाली नहीं है । रूहिया की घटना के दो मुख्य आरोपी सचिन व रूपेश कुशवाहा अवैध क्रेशर लेकर पत्थर चोरी और तमाम अनैतिक काम करते हैं यही अनीति का पैसा इनके सर चढ़कर बोल रहा है । चूंकि “सइया भीऐ कोतवाल तो डर काहे का” बेला चौकी प्रभारी जो लंबे समय से यहां पदस्थ हैं । की छत्रछाया में ही कुशवाहा बंधु खूब फल फूल रहे हैं । क्षेत्रवासियों ने बताया मदमस्ती हाथी की तरह यह रोज कानून को अपने हाथों में लेते हैं ।