बारा पत्थर का नगीना राम निहोर आरख क्या फेविकोल लेकर पैदा हुआ है
परिवर्तन प्रकृति का नियम यंहा पानी भरता है
गौरव रक्षक/शिवभानु सिंह
5 जून, सतना
कहा जाता है कि परिवर्तन प्रकृति का नियम है । लेकिन यह नियम नागौद के बारा पत्थर हल्के में पानी भरता है । ऐसा लगता है कि यहां के हल्का पटवारी राम निहोरा आरख रूपी बारा पत्थर का नगीना पटवारी फेविकोल लेकर चिपके हुए हैं । ये यहां वर्षों से चिपक कर किसानों को लूट रहे हैं । लेकिन मजाल है कि कोई माई का लाल इन्हें हिला सके । ऐसा नहीं है कि इनके आतंक व भ्रष्टाचार की कहानी सुर्खियां न बनी हो यह 5- 15 दिन के लिए बाहर भेजे भी गए हैं । लेकिन फिर वापस बारा पत्थर में ही वापसी हो गई । गौरतलब है कि ललितपुर सिंगरौली रेल मार्ग बारा पत्थर से होकर गुजरा है यहां पटवारी ने भ्रष्टाचार के सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं । चूंकिकि बारा पत्थर अब नागौद कस्बे से पूरी तरह जुड़ा है, ऐसे में सरकारी जमीनों की अफरा तफरी कर पटवारी मालामाल होकर तहसीलदार की आंख का तारा बना हुआ है । सूत्रों ने हमारे घूमते आईने को बताया कि पटवारी आरख अब पटवारी नहीं बल्कि नागौद के कुख्यात भूमाफिया बन चुके हैं । बारा पत्थर की उपजाऊ भूमि पटवारी रामनिहोरा आरख व समिति प्रबंधक आशीष रैकवार को ऐसी फली की दोनों ही कडंके से करोड़पति बन गए । अब ईओडब्ल्यू की नजर इन भ्रष्टों पर पड़े तो बात बने ।