पुलिस के ऑलराउंडर संदीप चतुर्वेदी की एक और कामयाबी , 24 घंटे में अंधे कत्ल का खुलासा
गौरव रक्षक/ शिवभानु सिंह
4 जून , सतना
जो कर्मयोगी होते हैं सफलता को उनके कोई माई का लाल दूर नहीं रख सकता । । ऐसे ही सब इंस्पेक्टर है संदीप चतुर्वेदी जिन्हे पुलिस का ऑलराउंडर कहा जाता है । वे अपनी मेहनत लगन के कारण ही पूर्व कप्तान की नजरों में आए थे । गौरतलब है कि चतुर्वेदी ट्रैफिक व सिटी कोतवाली में अपनी सेवाएं देते वक्त हमेशा वीआईपी मूवमेंट के पहरेदार हुआ करते थे । उनकी व्यवस्था एवं ला एण्ड आर्डर के प्रति उनकी सूझबूझ एवं सूचना तंत्र की मजबूती ने ही उन्हें एक होनहार सोल्जर बनाया है । दूर दृष्टि पक्का इरादा के सिद्धांत पर चलने वाले चतुर्वेदी की आत्मीय वाली कार्यशैली जनता को इतना प्रभावित करती है कि वह उससे सीधे कनेक्ट हो जाते हैं । और वही जनता उनका सूचना तंत्र बन जाती है । आज पुलिस कप्तान और उपकप्तान को भी और संदीप तैयार करने होंगे जो विजय माल्या की राह पर न चलकर आशुतोष गुप्ता व सुरेंद्र कुमार जैन की राह पर चलें कलाकार राजकुमार साकेत की आत्महत्या वाली थ्योरी को नकार कर उसे हत्या प्रमाणित करने के बाद उन्होंने सांस भी नहीं ली होगी कि उनके थाना क्षेत्र के रघुनाथपुर में एक लाश मिलने की सूचना आई पता चला कि मृतक मुकेश पिता शारदा मिश्रा बरदाडीहर हाल मुकाम आदर्श नगर सतना का है । अंधे कत्ल को भी सुलझा कर उन्होंने साबित कर दिया कि , अपराधी डाल-डाल तो संदीप भाई पात पात ।