नव संकल्प चिंतन शिविर :
सोनिया ने पहले विरोधियों पर निशाना साधा, फिर अपने को दे डाली नसीहत!
13 मई 2022
उदयपुर गौरव रक्षक न्यूज़✍️ रिपोर्ट दिनेश शर्मा
कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी ने शुक्रवार को उदयपुर में कांग्रेश के तीन दिवसीय नव संकल्प चिंतन शिविर की शुरुआत की!
उद्घाटन सत्र में सोनिया ने विरोधियों पर निशाना साधने के साथ-साथ अपनी पार्टी के लोगों को बातों ही बातों में नसीहत भी दे डाली !
उन्होंने नसीहत देते हुए कहा कि पार्टी ने हम सभी को बहुत कुछ दिया है अब समय है कर्ज उतारने का! शिविर में राहुल गांधी और प्रियंका गांधी सहित करीब 430 कांग्रेसी जन भाग ले रहे हैं |सोनिया गांधी ने मोदी सरकार पर जुबानी हमला बोलते हुए कहां की सरकार देश में पूरी तरह से ध्रुवीकरण कर चुनाव जीतना चाहती है सोनिया ने सवाल उठाया कि केंद्र सरकार मिनिमम गवर्नमेंट मैक्सिमम गवर्नेंस से क्या साबित करना चाहती है ?| देश में लोकतंत्र का गला घोट जा रहा है| सरकार जवाहरलाल नेहरू के देश के प्रति योगदान को भूला रही है| महात्मा गांधी के हत्यारों को ग्लोरिफाई किया जा रहा है |मोदी सरकार सीबीआई व अन्य संस्थानों का दुरुपयोग कर रही है |बीजेपी ने देशवासियों को भय के माहौल में जीने पर मजबूर कर दिया है| देश में एक खास वर्ग को निशाना बनाया रहा है |कमजोर वर्गों पर हिंसक घटनाएं जारी है| देश की जनता जो शांति और भाईचारे से रहना चाहती है| देश के सार्वजनिक उपक्रम बेचे जा रहे हैं, महंगाई बढ़ती जा रही है
सोनिया गांधी ने नोटबंदी के दुष्प्रभाव का भी जिक्र किया और कहा कि नोटबंदी के बाद से ही देश की अर्थव्यवस्था लगातार गिरती जा रही है| देश के आर्थिक हालात लगातार बिगड़ते जा रही है कांग्रेस पार्टी ने देश में जो सार्वजनिक उपक्रम खड़े किए थे ,उन्हें बेचा जा रहा है |हमने घरेलू रसोई गैस, पेट्रोल, डीजल के दामों को नियंत्रित किया था, लेकिन आप देख रहे हैं कि महंगाई बढ़ती जा रही है| किसानों के खिलाफ काले कानून लाए गए, कांग्रेस ने किसानों के हक में लड़ाई लड़ी |सोनिया गांधी ने पहले अंग्रेजी में उसके बाद हिंदी में संबोधन कीया |सोनिया गांधी ने कहां कि हमें सुधारों की सख्त जरूरत है |असाधारण परिस्थितियों का मुकाबला असाधारण तरीके से ही किया जा सकता है |इस बात के प्रति में पूरी सचेत हूं| संगठन को न केवल जीवित रहने के लिए बल्कि बढ़ने के लिए भी समय-समय पर अपने अंदर परिवर्तन लाने होते हैं| रणनीति में बदलाव, सुधार और रोजाना काम करने के तरीके में परिवर्तन |एक तरह से यह सबसे बुनियादी मुद्दा है ,लेकिन मैं यह भी जोर देकर कहना चाहती हूं कि हमारा पुनरुत्थान सिर्फ विशाल सामूहिक प्रयासों से ही हो पाएगा| यह शिविर इस दिशा में एक प्रभावशाली कदम है |निजी आकांक्षाओं को संगठनों के अधीन रखना होगा |
सोनिया ने कहा कि पार्टी ने हम सभी को बहुत कुछ दिया है |अब समय है कर्ज उतारने का| हमें अपनी निजी आकांक्षाओं को संगठनों के अधीन रखना होगा| मैं समझती हूं ,इससे अच्छा अब और कुछ नहीं, साथियों मैं आप सब से आग्रह करती हूं कि अपने विचार खुलकर रखें| मगर बाहर सिर्फ एक ही संदेश जाना चाहिए संगठन की मजबूती, दृढ़ निश्चय और एकता का संदेश| सोनिया ने शिविर में उपस्थित कांग्रेस जन से कहा कि मैं आप सब से आग्रह करती हूं कि अपने विचार खुलकर रखें मगर बाहर सिर्फ एक ही संदेश जाना चाहिए संगठन की मजबूती दृढ़ निश्चय और एकता का संदेश | सोनिया ने कहा कि हाल में मिली ना कामयाबी से हम बेखबर नहीं हैं |ना ही हम बेखबर हैं उस संघर्ष से या उस संघर्ष की कठिनाई से जिसे हमें जीतना है |लोगों की हम से जो उम्मीदें हैं उनसे हम अनजान नहीं हैं| व्यक्तिगत और सामूहिक रूप से यह प्रण लेने के लिए हम एकत्रित हुए हैं |हम देश की राजनीति में अपनी पार्टी को फिर से उसी भूमिका में लाएंगे जो भूमिका पार्टी ने सदैव निभाई है |हमारी कमजोरी है कि काम तो करते हैं लेकिन मार्केटिंग नहीं कर पाते हैं: गहलोत राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि देश 70 साल से मैं कहां से कहां पहुंच गया| हम काम करते हैं लेकिन मार्केटिंग नहीं करते |दूसरी तरफ झूठे फरेबी लोग हैं, काम कम करते हैं मार्केटिंग ज्यादा करते हैं| कभी गुजरात मॉडल की बात करते हैं |
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने भी संबोधित किया |