अंधे कत्ल का पर्दाफाश ,अवैध संबंधों की चाहत बनी मृतक की हत्या का कारण।
पुलिस द्वारा 24 घण्टे के अंदर ही हत्यारों की पहचान करने के बावजूद भी मानवीय दृष्टिकोण को रखा उपर।
▪️घटना का संक्षिप्त विवरण – गुरुवार को सूचनाकर्ता ने अपने पुत्र के घर से बिना बताये कहीं चले जाने एवं गुम होने सम्बंध में रिपोर्ट दर्ज करायी थी जो सूचनाकर्ता की रिपोर्ट पर थाना भाटपचलाना पर गुमइंसान क्रमांक 15/21 कायम कर जांच में लिया गया गुमशुदा व्यक्ति बहुजन समाज पार्टी का जिला रतलाम का जिलाध्यक्ष एवं राजनैतिक पृष्ठभूमि का होना बताया गया ।
▪️पुलिस द्वारा किया गया कार्य
पुलिस अधीक्षक उज्जैन सत्येन्द्र कुमार शुक्ल के निर्देशन में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) आकाश भूरिया एवं अनुविभागीय अधिकारी पुलिस खाचरौद अरविन्द सिंह के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी भाटपचलाना संजय वर्मा के नेतृत्व में गुमशुदा की गुमशुदगी को संवेदनशील मानते हुए तत्काल पतारसी हेतु निर्देशित किया गया। गुमशुदा की उसके परिजनों एवं पुलिस द्वारा तलाश करते सूचना मिली कि भाटपचलाना मलौड़ा रोड पर सूखी बागेड़ी नदी में एक व्यक्ति का शव पड़ा हैं जो तत्काल मौके पर पहुंचकर देखा उक्त व्यक्ति थाना भाटपचलाना के गुमइंसान क्रमांक 15/21 का गुमशुदा की अकाल मृत्यु के सम्बंध में सूचना दी जो सूचना पर मौके पर मर्ग देहाती नालसी कायम कर जांच प्रारंभ की गई। मौके पर निरी. संजय वर्मा थाना प्रभारी भाटपचलाना एवं अनुविभागीय अधिकारी पुलिस खाचरोद श्री
अरविन्द सिंह पहुंचे तथा मामला गंभीर प्रकृति का होने से सूचना देने पर सत्येन्द्र कुमार शुक्ल, अति. पुलिस अधीक्षक महोदय ग्रामीण आकाश भूरिया तथा एफ. एस. एल. अधिकारी प्रीती गायकवाड़ उपस्थित हुए ।
घटनास्थल का पुलिस अधीक्षक उज्जैन द्वारा निरीक्षण कर विवेचना सम्बंधी आवश्यक निर्देश दिये विवेचना हेतु अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक आकाश भूरिया के मार्गदर्शन में एक टीम का गठन किया गया वही दूसरी और वैज्ञानिक अनुसंधान हेतु एफएसएल विवेचना की सहायता के लिए तथा तकनीकी साक्ष्य संग्रह हेतु विशेष दस्ते को पाबंद किया। मृतक के शरीर पर जाहीरा चोटें थी जिससे घटना प्रत्यक्ष में हत्या की प्रतीत हो रही थी अतः थाना प्रभारी को निर्देशित कर धारा 302 के तहत मामला पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया वही दूसरी और जन आक्रोश को देखते हुए कस्बे की कानूनी व्यवस्था अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ग्रामीण को सौंप अन्य विवेचना संबंधी कार्य हेतु आदेशित किया। दौराने विवेचना अति पुलिस अधीक्षक ग्रामीण एवं अनुविभागीय अधिकारी पुलिस खाचरोद के मार्गदर्शन में थाना बल व साइबर सेल संयुक्त रूप से तकनीकि कौशल से पतारसी करने हेतु रवाना कर विवेचना में वैज्ञानिक साक्ष्य के अतिरिक्त घटना के संबंध में तकनीकी पहलुओं पर जांच की गई। प्रारंभिक तौर पर यह बात स्पष्ट हुई कि घटना का मुख्य कारण व्यक्तिगत संबंध हो सकते है इस आधार पर कुछ संदेहियों को चिन्हित किया गया और उनकी तलाश कर पूछताछ प्रारंभ की गई चिन्हित किये गए संदेहियों मे से ग्राम भुवासा के दो संदेही घटना के पश्चात सांय 5.00 बजे से मोबाईल बंद कर फरार हो गए थे उनकी तलाश पुलिस द्वारा प्रारंभ गई, रात्रि लगभग 10.00 बजे यह सूचना प्राप्त हुई कि उक्त दोनों संदेही कुछ नशीला पदार्थ खाकर उपचार हेतु गीता अस्पताल बड़नगर पहुचें है तत्काल ही पुलिस टीम ने पहुचकर उक्त संदेहियों के संदर्भ में जानकारी एकत्र करना प्रारंभ की गई। दिनांक शुक्रवार को उपचार के दौरान उनका स्वास्थ्य ठीक होने पर तहसीलदार बड़नगर के समक्ष उनके मरणासन कथन करवाए गए एवं पुलिस द्वारा पूछताछ की जिसमें आरोपियों द्वारा हत्या की बात स्वीकार करते आरोपियों द्वारा घटना कारित करना स्वीकारोक्ति की गई। मुख्य आरोपी का सम्पर्क जिस महिला से था महिला से मृतक के भी सम्पर्क स्थापित हुए थे जिस पर मुख्य आरोपी ने कई बार आपत्ती ली थी लेकिन न मानने के बाद अपने दूसरे साथी के साथ योजनानुसार महिला के मोबाईल वाहटसअप को अपने मोबाईल में इंस्टॉल किया और उस महिला के व्हाट्सएप नम्बर से मृतक को मैसेज कर रात्रि 11.30 बजे मिलने के लिए बुलाया और उसे भेरुबापजी के मंदिर के तरफ लेकर मृतक के साथ डंडे जूते एवं पत्थर से मारपीट कर गंभीर चोट पहुचाई एवं बाघेड़ी नदी में फेक दिया ।
उक्त प्रकरण के दोनों आरोपी अभी उपचाररत है अस्पताल से उनके डिस्चार्ज होने के पश्चात मृतक के दोनों मोबाईल और घटना के अन्य तथ्यों पर पूछताछ कर अनुसंधान किया जावेगा ।
▪️सराहनीय कार्य
थाना प्रभारी भाटपचलाना श्री संजय वर्मा, थाना प्रभारी बड़गनगर मनीष मिश्रा, थाना प्रभारी खाचरौद श्री के.पी. शुक्ला, सायबर सेल प्रभारी उनि प्रतीक यादव, उनि मोनिका तिवारी, एएसआई सतेन्द्र चौधरी, सऊनि व्ही. पी. परिहार, सऊनि गजा पटेल, प्रधान आरक्षक महेश जाट, प्रआर प्रेम सबरवाल, प्रआर राजपालसिंह चंदेल, प्रआर उम्मेद राम डीगा, आरक्षक कपिल राठौर, आरक्षक राघवसिंह गुर्जर आरक्षक रवि बैरागी, आरक्षक नवीन जादम, मआर निकिता की सराहनीय भूमिका रही ।