मुंबई में मॉनसून की दस्तक, भारी बारिश से कई इलाकों में भरा पानी ।
मंगलवार को प्री मॉनसून की बारिश ने मुंबई को पानी-पानी कर दिया. कई इलाकों में सड़कें जलमग्न हो गईं, जिसके कारण यातायात भी कई जगह बाधित रहा. मुंबई के हिंदमाता में सड़कों पर जल जमाव दिखा.
मुंबई में समय से पहले मॉनसून ने दस्तक दे दी है. मॉनसून के आगमन के साथ ही मुंबई के लिए खतरे की घंटी भी बज गई है. ‘” मुंबई में हाई टाइड की चेतावनी जारी की गई है.”
मौसम विभाग के पूर्वानुमान के मुताबिक शहर के कुछ इलाकों में भारी से बहुत भारी बारिश की संभावना है. साथ ही समुंद्र में हाई टाइड के उठने का भी अनुमान है. विभाग के मुताबिक मुंबई में 11.43 बजे हाई टाइड के आने की संभावना है. इस दौरान समुंद्र की लहरें 4.16 मीटर की ऊंचाई तक पहुंच सकती हैं. ऐसे में एहतियातन समुंद्र के किनारे के इलाकों को खाली करवा लिया गया है. साथ ही कई टीमें नजर बनाए हुए हैं.
▪️कई इलाकों में सड़कें जलमग्न
आईएमडी मुंबई के उप महानिदेशक डॉ जयंत सरकार ने बताया कि मॉनसून मुंबई पहुंच गया है. मुंबई में मॉनसून के पहुंचने की तारीख 10 जून थी लेकिन इस बार समय से एक दिन पहले मॉनसून का आगमन हुआ है. इससे पहले मंगलवार को प्री मॉनसून की बारिश ने मुंबई को पानी-पानी कर दिया. कई इलाकों में सड़कें जलमग्न हो गईं, जिसके कारण यातायात भी कई जगह बाधित रहा. मुंबई के हिंदमाता में सड़कों पर जल जमाव दिखा.
▪️हेल्पलाइन नंबर जारी
बारिश और उससे होने वाली परेशानी से निजात दिलाने के लिए एमएमआरडीए ने 24 घंटे का आपातकालीन मानसून नियंत्रण कक्ष स्थापित किया है. एमएमआरडीए (मुंबई मेट्रोपॉलिटन रीजनल डेवलपमेंट अथॉरिटी) ने मुंबई में 24 घंटे का आपातकालीन नियंत्रण कक्ष स्थापित किया है. इसके तहत कोई भी व्यक्ति परेशानी में *मोबाइल नंबर 8657402090 और लैंडलाइन नंबर 02226594176 पर कॉल करके मदद की अपील कर सकता है.
▪️ठाणे में झील और बांध के पास जाने पर रोक
महाराष्ट्र में ठाणे जिला प्रशासन ने क्षेत्र में मानसून की शुरुआत के मद्देनजर झरनों, झीलों और बांधों के पास लोगों के जमा होने पर प्रतिबंध लगा दिया है. जिला कलेक्टर राजेश नार्वेकर ने क्षेत्र में जलाशयों पर दुर्घटनाओं को रोकने के लिए आदेश जारी किया है. आदेश में जिले के कुछ खतरनाक स्थानों की सूची दी गई है और लोगों से कहा गया है कि वे मानसून के दौरान इन स्थानों पर न जाएं.
यह आदेश सीआरपीसी की धारा 144, महामारी अधिनियम और आपदा प्रबंधन अधिनियम के तहत जारी किया गया है. ठाणे तालुका में येयूर, कलवा, मुंब्रा, रेतीबंदर, गैमुख और उत्तान समुद्र तट पर लोगों के इकट्ठा होने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है.