वैक्सीन के बाद अब फतेह किट खरीद मामले में फंसी पंजाब सरकार, घोटाले का आरोप लगने पर HC ने दिया जांच का आदेश, BJP हमलावर
पंजाब में निजी अस्पतालों को कोरोना वैक्सीन बेचने के मामले के बाद अब कोरोना मरीजों को मुहैया करवाई जा रही फतेह किट को लेकर भी सवाल उठने लगे हैं. प्रदेश बीजेपी ने जहां फतेह किट की खरीद में घोटाला होने का दावा किया है. वहीं यह मामला अब पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट पहुंच गया है. बीजेपी ने आरोप लगाया था कि सरकार ने अपने चहेतों को फायदा देने के लिए फतेह किट महंगे दामों में खरीदी. यह 26 करोड़ की खरीद थी जिस पर हाईकोर्ट ने जांच के आदेश दिए हैं.
बीजेपी की कोरोना हेल्पलाइन सेवा ही संगठन के सेवा कार्य के प्रमुख व प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य अनुज भंडारी ने बीते माह पंजाब सरकार पर आरोप लगाए थे कि मंत्रियों ने अपने ही चहेतों को फतेह किट मुहैया करवाने के लिए टेंडर उनके ही अनुरूप बनाए. उन्होंने दावा किया था कि 26 करोड़ की इस खरीद में भारी घोटाला हुआ है.
उन्होंने बताया था कि एक सप्लायर को सरकार ने पहले एक फतेह किट के लिए 837 रुपये का रेट दिया था, बाद में उसी सप्लायर को टेंडर 940 रुपये के हिसाब में आर्डर दिया गया. बाद में इसी फतेह किट को सरकार ने 1226 रुपये में खरीदा. यही नहीं उसके दस दिन के बाद उसी सप्लायर से 1326 रुपये में डेढ़ लाख किट का और आर्डर दे दिया गया. बताया जा रहा है कि किट में उपलब्ध सामान और दवाओं की गुणवत्ता वैसी ही है जैसी की पहली खरीद के समय थी.
इस मामले को लेकर अब हाईकोर्ट में एक जनहित याचिका भी दायर की गई है. इस मामले में भी सरकार लगातार घिरती नजर आ रही है. गौरतलब है कि सरकार हाल ही में निजी अस्पतालों को कोरोना वैक्सीन मुहैया करवाने के मामले में घिरी हुई है.