इंदौर चल पड़ा कोरोना मुक्त होने की राह पर
आंकड़ों के आधार पर शहर का रंग होगा शीघ्र गुलाबी
हम सिंहावलोकन करें गत वर्ष का ..मार्च 2020 को कैसे भूल सकते हैं ..जब पड़ोसी मुल्क चीन की घिनौनी साज़िश का खामियाजा हमारे देश सहित पूरे विश्व को बुरी तरह आजतक भुगतना पड़ रहा है और अब दूसरी लहर के बाद तीसरी लहर की चेतावनी दी जा रही है ।
कैसा लॉक डाउन और जनता कर्फ्यू भुगत रहे हैं हम ???
मध्यप्रदेश की व्यावसायिक राजधानी कहलाए जाने वाले इंदौर के अपना एक समृद्धशाली इतिहास है । जब जब इंदौर में या देश पर कोई विपत्ति आई है तो इंदौर ने राष्ट्रहित सर्वोपरि मानते हुए अपना योगदान दिया है ।
फिलहाल इंदौर भी कोरोना जैसी क्रूर महामारी का सामना करने में जुटा हुआ है । शहर के कई लोग इस कोरोना का शिकार हो चुके हैं । यह दुःखद क्रम आज भी जारी है । लेकिन पिछले दिनों के मुकाबले राहत है ।
इतना ज़रूर कहा जा सकता है इंदौरीयों की दृढ़ इच्छाशक्ति और कई चिकित्सकों , समाजसेवियों और जनप्रतिनिधियों की सकारात्मक पहल के सुखद परिणाम दिखाई देने लगे हैं । लोग जागरूक होने लगे हैं , सोशल डिस्टेंसिङ्ग का पालन होने लगा है .. मरीजों की संख्या कम होने लगी है .. श्मशान का भयावह नज़ारा अब नहीं दिखाई पड़ रहा है ।
उम्मीद है कि आने वाले दिनों में इंदौर के बाशिंदों को राहत मिलेगी और आंकड़ों के लिहाज से शहर का रंग गुलाबी नज़र आने लगेगा ….