आगरा के एक निजी अस्पताल में अपनी मां के इलाज के लिए 17 साल के एक लड़के ने किसी तरह ऑक्सीजन सिलेंडर की व्यवस्था की थी लेकिन आरोप है कि पुलिस वाले उसके सिलेंडर को ‘छीन कर’ ले गए।
आगरा के एक निजी अस्पताल से ऑक्सीजन सिलेंडर पुलिसकर्मी छीनकर ले गए
पीड़ित परिजनों का कहना है कि सिलेंडर किसी वीआईपी व्यक्ति के लिए ले जाया गया
एडीजी ने इस घटना की जांच का आदेश दिया है, दोषियों पर कार्रवाई करने की बात कही
उत्तर प्रदेश के अस्पतालों में मेडिकल ऑक्सीजन की किल्लत और इससे कोरोना मरीजों को हो रही परेशानी की बात किसी से छिपी नहीं है लेकिन आगरा में ऑक्सीजन सिलेंडर को लेकर ऐसी घटना हुई है जो पुलिस की संवेदनहीता एवं व्यवस्था के गैर-जिम्मेदार रवैये को उजागर करती है। यहां अपनी मां के इलाज के लिए 17 साल के एक लड़के ने किसी तरह ऑक्सीजन सिलेंडर की व्यवस्था की थी लेकिन आरोप है कि पुलिस वाले उसके सिलेंडर को ‘छीन कर’ ले गए। सिलेंडर ले जाने के बाद लड़के की मां ने दो घंटे बाद दम तोड़ दिया। कोरोना से गंभीर रूप से पीड़ित होने के बाद लड़के ने अपनी मां को एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया था। घटना सामने आने के बाद अपर पुलिस महानिदेशक (एडीजी) राजीव कृष्णा ने मामले की जांच का आदेश दिया है।
तस्वीर: Twitter
आगरा में सिलेंडर छीनकर ले गए पुलिसकर्मी।
सोशल मीडिया में वायरल हुआ घटना का वीडियो
टीओआई की रिपोर्ट का मुताबिक सिलेंडर ‘छीन’ कर ले जाने की घटना का वीडियो सामने आया है। इस वीडियो में लड़का पीपीई किट पहने हुए है और घुटने के बल बैठकर रोते हुए पुलिसकर्मियों से सिलेंडर न ले जाने की बार-बार अपील करता है। लड़का कहता है कि सिलेंडर ले जाने पर ‘उसकी मां की मौत हो जाएगी’। यह वीडियो सोशल मीडिया पर काफी शेयर किया गया है। इस तरह की संवेदनहीनता के लिए लोग पुलिस की काफी आलोचना कर रहे हैं।
परिवार का आरोप-वीआईपी के लिए ले जाया गया सिलेंडर
पीड़ित लड़के का नाम अंश गोयल है। अंश ने बाद में टीओआई को बताया कि काफी अनुरोध करने के बावजूद पुलिसकर्मी नहीं माने और सिलेंडर उठाकर ले गए। अंश के परिवार का आरोप है कि यह सिलेंडर एक ‘वीआईपी’ के लिए ले जाया गया। इस घटना पर एडीजी कृष्णा का कहना है कि ‘दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।’ इसके पहले स्थानीय पुलिस ने सिलेंडर ले जाने की घटना से इंकार कर दिया। पुलिस ने दावा किया कि यह सिलेंडर खाली था।
पुलिस का भरा सिलेंडर ले जाने से इंकार
पुलिस अधीक्षक बीआर प्रमोद ने कहा, ‘वह लड़का अपने रिश्तेदार के इलाज के लिए सिलेंडर उपलब्ध कराने का अनुरोध कर रहा था। कोई किसी का सिलेंडर नहीं ले गया। यह वीडियो गुमराह करने वाला है।’ पुलिस अधिकारी ने कहा कि सिलेंडर खाली थे। हालांकि, एसएसपी यह नहीं बता सके ‘खाली’ सिलेंडर को पुलिस क्यों ले गई। वीडियो में अंश पूछता है, ‘अब कहां से मैं सिलेंडर की व्यवस्था करूंगा। मैंने अपने परिवार से वादा किया है कि मैं अपनी मां को अस्पताल से जिंदा लेकर लौटूंगा।’
दो घंटे बाद लड़के की मां ने दम तोड़ा
रिपोर्ट के मुताबिक उसने कहा, ‘मेरी मां को सांस लेने में दिक्कत हो रही थी। हमने उन्हें सीपीआर कई बार दिया लेकिन उन्हें बचा नहीं सके। पुलिसकर्मियों द्वारा सिलेंडर ले जाने के दो घंटे बाद उन्होंने दम तोड़ दिया।’