महाराणा प्रताप पर दिए बयान पर राजस्थान के नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने तीसरी बार मांगी माफी।
राजस्थान विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने महावीर जयंती पर महाराणा प्रताप पर दिए विवादित बयान को लेकर फिर जनता से माफी मांगी है। पिछले पंद्रह दिन में यह तीसरी बार है जब उन्होंने अपने बयान को लेकर खेद जताया है।
महाराणा प्रताप पर दिए विवादित बयान को लेकर राजस्थान विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने महावीर जयंती पर फिर जनता से माफी मांगी है। पिछले पंद्रह दिन में यह तीसरी बार है, जब उन्होंने अपने बयान को लेकर खेद जताया है। गुलाबचंद कटारिया ने रविवार महावीर जयंती पर उदयपुर में कहा कि हम जैन दर्शन को मानने वाले लोग हैं। हमें यही शिक्षा मिलती है कि क्षमा वीरस्य भूषणम्। हम अपनी कमी या गलती पर क्षमा भी मांगते हैं तो मन से क्षमा भी प्रदान करते हैं। उन्होंने कहा कि महाराणा प्रताप को लेकर कहे उनके वाक्य को लेकर उन सभी से क्षमा याचना करते हैं, जिनको उनके बयान से ठेस पहुंची। उन्होंने कहा कि वह जैन दर्शन को मानने वाले व्यक्ति हैं तथा भगवान महावीर की शिक्षा को पूरे अंत:करण से मानते हैं। भगवान महावीर की शिक्षा उनके कर्म में भी शामिल है। इसीलिए वह उन सभी लोगों से फिर माफी मांग रहे हैं, जो उनके बयान से नाराज हैं। गुलाब चंद कटारिया इससे पहले भी इसी विवादित बयान पर दो बार माफी मांग चुके हैं।
जानें, क्या कहा था कटारिया ने
उल्लेखनीय है कि नेता प्रतिपक्ष कटारिया ने 13 अप्रैल को राजसमंद में विधानसभा उपचुनाव के दौरान आयोजित चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए महाराणा प्रताप पर विवादित बयान दिया था। जिसमें उन्होंने कहा था कि “हमारे पूर्वज एक हजार साल तक लड़े हैं। यह महाराणा प्रताप अभी गया ना, उसे क्या पागल कुत्ते ने काटा था? जो अपनी राजधानी और अपना घर छोड़कर डूंगर-डूंगर रोता फिरा।” कटारिया के इस बयान से समग्र राजपूत समाज के अलावा सर्व समाज ने आपत्ति जताई तथा उनके खिलाफ आंदोलन छेड़ दिया था।