राजन का पकड़ा जाना पुलिस कप्तान की इच्छाशक्ति व सी.एस.पी. ,टी.आई कमलाकर सिंह की मेहनत का नतीजा
अधिकारी में इच्छाशक्ति व जनता की चिंता हो तो कोई भी अपराधी बच नहीं सकता, वर्तमान में जिले में अपराध की दुनिया का सबसे चर्चित नाम राजन सिंह करही आखिरकार पुलिस के शिकंजे में आ ही गया । इसके लिए पुलिस कप्तान धर्मवीर सिंह पिछले 2 महीने से जाल फैला रखा था । अपने पुलिस कप्तान की कसौटी पर खरा उतरने हेतु सी.एस.पी विजय प्रताप सिंह व टी. आई एम.एस उपाध्याय दिन रात मेहनत कर रहे थे जाहिर है यह काम बिना जांबाज सेना के संभव नहीं था ऐसे में पुलिस टीम के सक्रिय व तेजतर्रार जवान कमलाकर ,शुभम सिंह, अंकेश मरमट व रामानुज शर्मा ने एक माह की अथक मेहनत से जनता की भावनाओं को कार्य में बदल दिया, क्योंकि राजन की गिरफ्तारी का पुलिस पर जनता का दबाव था । यह सच है कि पिछले महीनों में अपराध बढ़े हैं लेकिन पूरी तत्परता के साथ पुलिस ने उसका खुलासा भी कर दिया है । शहर में सी.एस.पी के मार्गदर्शन में पुलिस बिना किसी दबाव के अपराधियों पर शिकंजा कस रही है, जो जनमानस के लिए शुभ संकेत है पुलिस कप्तान और अधिक अपराधियों के साथ अपनी सेना पर भी नजर रखने वाले अधिकारी हैं ,उनकी यह खूबी प्रशासन में कसावट लाने वाली है वह पुलिस की सक्रियता में उपकप्तान एस.के जैन के अनुभव का भी लाभ मिल रहा है ।