उज्जैन के प्रसिद्ध फटाखा व्यापारी बाबजी फायर वर्क्स गोडाउन पर प्रशासन ने छापामार कार्रवाई करते हुए गोडाउन को किया सील।
आज प्रशासन की टीम ने उज्जैन रातडिया ग्राम में स्थित प्रसिद्ध बाबजी फ़टाखा गोडाउन पर छापामार कार्रवाई की और कोविड-19 के नियमों का उल्लंघन करने पर गोदाम को सील किया। साथ ही गोडाउन में मौजूद 50 से ज्यादा कर्मचारियों के परिचय पत्र प्राप्त किये और उनको हिदायत दी के अगले आदेश तक गोडाउन को सील ही रखा जाएगा l गौरव रक्षक पुलिस बयूरो केट्स की टीम ने जब देखा कि संचालक और कर्मचारी ना तो मास्क पहने हुए थे और ना ही सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कर रहे थे। ना ही ग्राहकों से सोशल डिस्टनसिंग का पालन करवा रहे थे। वही ग्राहक जो फ़टाखे लेने आए थे ना तो उन्होंने मास्क पहने हुए थे । शहर में उपलब्ध फुटकर दुकानों से कम कीमत में ओने पोने दामों पर दे रहे फ़टाखों का विक्रय गोडाउन से बावजी द्वारा किया जा रहा था । जिस पर प्रशासनिक अमले ने तत्परता से कार्यवाही कर गोडाउन को सील किया ।जिसकी चर्चा पूरे शहर में जोर शोर से चल रही है। वही संचालक कार्यवाही के दौरान तहसीलदार के हाथ पैर जोड़ता नजर आया। इस कार्रवाई से शहर के सभी फ़टाखा व्यापारियों में हड़कंप मच गया है।
वही गोडाउन पर फटाखो की मानक क्षमता से अधिक मात्रा में मौजूद स्टॉक यह गवाही दे रहा था कि उज्जैन में बाब जी से बड़ा शहर में कोई व्यापारी नही है। प्रशासन की टीम ने कार्यवाही तो कर दी है , लेकिन आपको बता दे कि बाब जी अपने रसूख के लिए उज्जैन में जाने जाते है। अपनी पहचान के चलते बाबजी के संबंध उज्जैन के सभी विधायकों, सांसद और मंत्रियों ओर उज्जैन के आला अफसरों से होने पर प्रशासन की इस कार्यवाही को भी ज़मीदोज़ करने की क्षमता बाबजी रखते है।
अब देखना यह है कि प्रशासन द्वारा की गई इस कार्यवाही पर कोन कितना अमल करता है। और बाबजी के गोडाऊन को सील होने के बाद ओर भी फटाखा व्यापारी अपने रसूख का कहा और कैसे फायदा उठाते है।
रिपोर्ट:-सुधीर पांडे