रिपोर्ट- शिवभानु सिंह बघेल
कमलनाथ पोषक खनिज माफिया पर प्रशासन की चोट
कलेक्टर का खसरे में अवैध खनन की पेनल्टी दर्ज करने का फैसला ऐतिहासिक
सतना- माफिया उन्मूलन की कहानी गढकर वसूली को धंधा बनाने वाले कमलनाथ व कांग्रेस का असली चेहरा अब बेनकाब हो रहा है । मां शारदा की नगरी में हर इन दिनों अवैध उत्खनन की राजधानी बन गया है- कलेक्टर अजय का सेटिंग का ध्यान इस ओर गया है और उन्होंने यहां पर रहे कमल ना तो हम पोषित माफियाओं का शिकंजा कसना प्रारंभ कर दिया है यहां के अपराधी प्रवृत्ति के कांग्रेस नेता रामनिवास उमरिया के ऊपर अवैध उत्खनन के आरोप में एक करोड़ 1लाख रुपये की पेनल्टी लगाई , यह पेनल्टी खनिज अधिकारी के प्रतिवेदन पर लगाई गई है। इस प्रकरण में कलेक्टर ने एक ऐतिहासिक निर्णय लेते हुए पेनल्टी को खसरे में दर्ज रखने के आदेश दिए हैं। इस निर्णय से खनिज माफियाओं में हड़कंप है। गौरतलब है गौरतलब है कि खनिज माफिया निजी स्वामित्व की जमीनों में अवैध उत्खनन तो करते हैं । उक्त भूमियों को बंधक बनाकर बैंकों से लोन भी लेते हैं खसरे में पेनल्टी दर्द देने में फर्जी लोन पर रोक लग सकती है । वहीं सूत्रों का कहना है कमलनाथ के सचिव प्रवीण कक्कड़ के मित्र धर्मेंद्र घई एंड कंपनी के क्रेशरो में नियमों का उल्लंघन हो रहा है ,पर्यावरण व खनिज विभाग के इंस्पेक्टर की मिली भगत से नए क्रेशर स्थापित करने की अनुमति दी गई है सूत्रों का कहना है कि घई द्वारा अवैध उत्खनन किया जा रहा है लेकिन व्यवस्था इसकी जेब में है कलेक्टर ध्यान दें क्योंकि यहां करोड़ों को रॉयल्टी चोरी हो रही है