जब भ्रष्टाचारियों के चंगुल से फाइल मुक्त होकर कलेक्टर के पास पहुंचती है तब न्याय बिकता नहीं न्याय मिलता है
नजूल की भूमि पर एसडीएम का डंडा
सतना- जब प्रशासन के कप्तान पारदर्शी तरीके से टीम की कमान संभाल लेते हैं तब अच्छे-अच्छे भ्रष्टाचारी और जमीन खोर पना मांग लेते हैं । कोई भी फाइल भ्रष्टाचारियों के चंगुल से मुक्त होकर जब ईमानदार कलेक्टर अजय कटेसरिया के पास पहुंच जाती है तब न्याय बिकता नहीं बल्कि न्याय मिलता है । और अधिकारी और माता अधिकारी भी अपने कप्तान की सोच को कागज पर उकेर देते हैं ऐसा ही मामला शहर की बेशकीमती जमीन रघुराज नगर स्थित आराजी नंबर 138 रकबा 1:92 एकड़ नजूल की आराजी में मूल रखवा से अधिक रखवा दर्ज करा लिया गया इसी तरह आराजी नंबर 138/6/2 तथा आराजी नंबर 138/6/3 मैं अनादेवक श्रीमती रेखा रानी पत्नी राजेश चौरसिया एवं राजेश कुमार तनय शिव चौरसिया ने अवैध निर्माण कर लिया ऐसे में जांच के पश्चात एसडीएम रघुराजनगर ने उक्त भूमि के क्रय विक्रय व निर्माण पर रोक लगा दी है । उक्त अवैध निर्माण की शिकायत एक वरिष्ठ पत्रकार द्वारा कलेक्टर को की गई थी । उल्लेखनीय है पूर्व में एडीएम स्तर के अधिकारियों व व्यवस्था की उक्त भू माफिया से मिलीभगत के चलते वह अपने काले कारनामों को सफल बनाने में सफल हो गया था। इस स्थगन आदेश के बाद कलेक्टर एवं एसडीएम की भूरी भूरी प्रशंसा हो रही है वही भू माफियाओं में हड़कंप है