चीन के लिए जासूसी के आरोप में दिल्ली के पीतमपुरा से गिरफ्तार फ्रीलांस पत्रकार राजीव शर्मा नियंत्रण रेखा पर सेना की तैनाती और भारत की सीमा रणनीति की जानकारी चीनी खुफिया तंत्र को दे रहे थे। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल के डीसीपी संजीव कुमार यादव ने शनिवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर यह चौंकाने वाला खुलासा किया है।
डीसीपी ने बताया कि पत्रकार राजीव शर्मा 2016 से 2018 तक चीनी खुफिया अधिकारियों को संवेदनशील रक्षा और रणनीतिक जानकारी देने में शामिल थे। वह विभिन्न देशों में कई स्थानों पर चीनी खुफिया अधिकारियों से मिलते थे।
राजीव शर्मा से पूछताछ के बाद गिरफ्तार किए गए उनके दो सहयोगी- एक चीनी महिला और नेपाली पुरुष दिल्ली के महिपालपुर में एक कंपनी चलाते हैं, जहां से वे चीन को दवाएं एक्सपोर्ट करते थे और चीन से भेजे गए पैसे को शेल कंपनियों के जरिये यहां से एजेंटों को दिया जाता था। डीसीपी संजीव कुमार यादव ने बताया कि जांच के अनुसार, पिछले 1 सवा साल में 40-45 लाख रुपये इनके पास आ चुके हैं। इनके पास से 10-12 फोन, लैपटॉप, टैब और चाइनीज ATM कार्ड बरामद हुए हैं।
चीनी मीडिया के लिए भी लिखे आर्टिकल-
डीसीपी यादव ने बताया कि राजीव शर्मा लगभग 40 साल पत्रकारिता में हैं। भारत में कई मीडिया संस्थानों में एक पत्रकार के रूप में अपनी सेवाएं देने के अतिरिक्त उन्होंने एक स्वतंत्र पत्रकार के रूप में चीनी मीडिया एजेंसी ग्लोबल टाइम्स के लिए भी कई आर्टिकल लिखे हैं।