नाथ पंथ का गठन कर राष्ट्रहित में समाज को नई दिशा प्रदान की है नाथ संप्रदाय ने

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रिपोर्ट- शेलेन्द्र सिंह बोरलिया

इतिहास साक्षी है पुरातन काल से धर्म की स्थापना हेतु आध्यात्मिक ज्ञान एवं योग को समर्पित महा सिद्ध मछिंद्रनाथ नाथ जी, गोरक्षनाथ जी एवं भर्तृहरी नाथ जी जैसे अनेकानेक नाथ सिद्धों ने नाथ पंथ का गठन कर राष्ट्रहित में समाज को नई दिशा प्रदान की है नाथ संप्रदाय के महासिद्धों द्वारा रचित प्राचीन ग्रंथों में अध्यात्मिक ज्ञान का अकूत भंडार समाया हुआ है। इसी अलौकिक ज्ञान को प्रचार- प्रसार के लिए नाथ सिद्धों ने नाथ पंथ का गठन कर भारत एवं सुदूर देशों में अनेक मठों-मंदिरों की स्थापना की है नाथ संप्रदाय के इन सभी मठों-मंदिरों की सम्पत्तियों की सुरक्षा एवं संचालन की सुचारू व्यवस्था अखिल भारतवर्षीय अवधूत भेष बारह पंथ योगी महासभा द्वारा की जाती है। जिसका मुख्यालय श्री गोरक्षनाथ मंदिर (अखाड़ा) अप्पर रोड हरिद्वार एवं उप मुख्यालय श्री गोरखनाथ मंदिर गोरखपुर में स्थित है। नाथ संप्रदाय के सभी मठों मंदिरों की संपत्ति की सुरक्षा एवं व्यवस्था हेतु योगी महासभा द्वारा नियमानुसार नाथ संप्रदाय द्वारा दीक्षित नाथ संतो को महंतों के रूप में आवश्यकता के अनुसार विधिवत नियुक्ति की जाती है।
भर्तृहरी गुफा के महंत पीर योगी राम नाथ जी महाराज ने ऋण मुक्तेश्वर महादेव मंदिर संपत्ति विवाद के विषय में बोलते हुए कहा की 25 अगस्त 2020 को ब्रह्मलीन हुए महंत गुलाब नाथ जी को ऋण मुक्तेश्वर महादेव कि यह संपत्ति प्राचीन काल से नाथ संप्रदाय की रही है । गुलाब नाथ जी के पिता संतोष नाथ जी नहीं है वरन उनके वास्तविक पता गंगानाथ हैं गुलाब नाथ जी परबतसर तहसील, जिला नागौर, राजस्थान के निवासी है। गुलाब नाथ जी ने अपना संपूर्ण गृहस्थ जीवन त्याग कर , माता पिता के पिंड दान कर, अखिल भारतवर्षीय अवधूत भेष 12 पंथ में गुरु संतोष नाथ जी से विधिवत गुरु दीक्षा लेकर भर्तृहरि गुफा उज्जैन में सेवा की थी, यहां वह कोठारी पद पर रहे। उनकी सेवा से प्रसन्न होकर नाथ संप्रदाय के संतो ने उन्हें सुनहरी भैरव मंदिर महाराष्ट्र में पीर की गादी की सेवा 12 वर्षों के लिए प्रदान की थी। 12 वर्षों का सेवाकाल पूर्ण कर वे पुनः उज्जैन आ गए थे। ऋण मुक्तेश्वर महादेव मंदिर की यह संपत्ति प्राचीन काल से नाथ संप्रदाय की स्वामित्व में रही है।
सन 1950 में ऋण मुक्तेश्वर महादेव मंदिर स्थान पर योगी बुद्धनाथ मेहंदी नियुक्त थे उनके ब्रह्मलीन होने के पश्चात योगी संतोष नाथ जी यहां के महंत बनाए गए। महेंद्र संतोष नाथ जी के ब्रह्मलीन होने के पश्चात तीए के दिन गुलाब नाथ जी को ऋण मुक्तेश्वर महादेव मंदिर का महंत पुजारी अखिल भारतवर्षीय अवधूत भेष 12 पंथ भर्तृहरि वैराग्य पंथ के पीर योगी गंगा नाथ जी पीर योगी शांतिनाथ जी एवं नाथ संप्रदाय के साधु-संतों भक्तों की उपस्थिति में दिनांक 3 अप्रैल 1997 को विधिवत नियुक्त कर चादर विधि किया गया और साथ ही निर्देश दिया कि अपने जीवन काल में महंत गुलाब नाथ गुरु संतोष जी ऋण मुक्तेश्वर महादेव मंदिर की पूजा अर्चना वह मंदिर की समुचित व्यवस्था कर समय-समय पर नाथ संप्रदाय के संतो को अवगत करवाएंगे। महंत गुलाब नाथ को अपने जीवन काल में ऋण मुक्तेश्वर मंदिर की संपत्ति को हस्तांतरित करने का अधिकार नहीं होगा। मंदिर से संबंधित सभी महत्वपूर्ण निर्णय भर्तृहरि वैराग्य पंथ के संतो की बिना मोदी से नहीं होंगे।
महंत गुलाब नाथ जी के ब्रह्मलीन होने पर नाथ संतो द्वारा इनको समाधि दी गई है इसमें किसी बाहरी गृहस्थ कथित प्रहलाद नामक व्यक्ति ने गुलाब नाथ के साथ मिलकर एक षड्यंत्र के तहत मंदिर परिसर की संपत्ति को हड़पने की नियत से फर्जी वसीयत का निर्माण किया। श्री ऋण मुक्तेश्वर महादेव मंदिर गुलाब नाथ जी की कोई पैतृक संपत्ति नहीं है विचारणीय प्रश्न यह है कि जो संपत्ति प्राचीन काल से नाथ संप्रदाय की रही है इस संपत्ति का वह किसी अन्य व्यक्ति के नाम वसीयत कैसे कर सकते हैं? ब्रह्मलीन महंत गुलाब नाथ जी को समाधि देने के पश्चात इस षड्यंत्र का खुलासा हुआ है। सत्यता की जांच एवं दोषियों को कड़ी सजा के प्रावधान के लिए भर्तृहरि गुफा के महंत पीर योगी रामनाथ जी ने सक्षम न्यायालय मैं योगी महासभा के निर्देशानुसार अपना पक्ष प्रस्तुत किया है।
उल्लेखनीय है मंदिर परिसर में फुल प्रसाद की दुकान विगत 6 वर्षों से चलाने वाला किराएदार प्रह्लाद मंदिर की संपत्ति को अपनी बताकर कब्जा करने के षड्यंत्र के तहत, भर्तृहरि गुफा के महंत पीर योगी राम नाथ जी महाराज की छवि को धूमिल करने की नियत से संबंधित थाने में पीर योगी रामनाथ जी के विरुद्ध झूठी रिपोर्ट एवं विभिन्न समाचार पत्रों में भ्रामक मिथ्या तथ्य इन समाचार देता रहता है।
नाथ सिद्ध संतों, साधु समाज में इस बात को लेकर काफी रोष है। सभी ने मिलकर इन भ्रामक, मिथ्या समाचारों का खंडन किया है। योगी महासभा के अध्यक्ष एवं श्री गोरखनाथ मंदिर, गोरखपुर के महंत योगी आदित्यनाथ जी के संज्ञान में भर्तृहरि गुफा के महंत पीर योगी राम नाथ जी यह समस्त वृतांत ला चुके हैं, उन्होंने इस संबंध में सक्षम कार्यवाही का आश्वासन योगी पीर राम नाथ जी को दिया है। योगी महासभा के अध्यक्ष क्या आदेशानुसार इसी क्रम में नाथ परंपरा का निर्वाह करते हुए नाथ संप्रदाय के संतों द्वारा योगी महावीर नाथ को ऋण मुक्तेश्वर महादेव मंदिर की पूजा पाठ और मंदिर संपत्ति की देखभाल के लिए नियुक्त किया है।

मंदिर की गादी पर बैठे महंत श्री महावीर नाथ

ऋण मुक्तेश्वर मंदिर की गादी पर नियुक्त नाथ संप्रदाय के महंत श्री महावीर नाथ जी बाबाजी को परम्परा के अनुसार चादर ओढा कर गादी पर बैठाया गया ।

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