दक्षिणी हरियाणा समेत राज्य को बरसात में मिलेगा 5000 क्यूसिक से अधिक पानी
योजना पर आंशिक कार्य पूरा
मुख्यमंत्री ने की समीक्षा बैठक
झज्जर से नारनौल को सीधा रेल मार्ग से जोडऩे की रखी मांग
नारनौल, 30 जुलाई। विगत दिनों यमुना नदी से अधिक पानी लेने के लिए पश्चिमी यमुना नहर की क्षमता बढ़ाने की योजना पर अब तक हुए कार्य की मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने समीक्षा की। इस समीक्षा बैठक में नांगल चौधरी के विधायक डॉ अभय सिंह यादव विशेष रूप से आमंत्रित किए गए थे। यह योजना मुख्य रूप से यमुना नदी से बरसात के मौसम में अधिक पानी पश्चिमी यमुना नहर के द्वारा दक्षिणी हरियाणा समेत राज्य के डार्क जोन वाले क्षेत्रों में भूमिगत जल को रिचार्ज करने के लिए बनाई गई थी। स्मरण रहे कि भाजपा सरकार के पिछले कार्यकाल के दौरान नांगल चौधरी के विधायक डॉ अभय सिंह ने हरियाणा की समस्त जल सिंचाई व्यवस्था का अध्ययन करने के बाद मुख्यमंत्री को एक विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत की थी जिसमें दक्षिणी हरियाणा समेत डार्क जोन में सम्मिलित सभी क्षेत्रों के भूमिगत जल की स्थिति को सुधारने पर विशेष बल दिया गया था।
डा. यादव ने मुख्य रूप से अपनी रिपोर्ट में कहा था कि राज्य के वर्तमान हालातों को देखते हुए यमुना नदी एक ऐसा स्रोत है जहां से वर्षा ऋतु के लगभग 3 महीने अच्छी बारिश की स्थिति में भरपूर पानी उपलब्ध रहता है और वहां से राज्य को इस अवधि के अधिकतम पानी उठाने की आवश्यकता है। इसके लिए पश्चिमी यमुना नहर की क्षमता हेड से टेल तक बढ़ाने की आवश्यकता है ताकि अधिकतम पानी राज्य के विभिन्न क्षेत्रों में पहुंच सके। इस रिपोर्ट के बाद सिंचाई विभाग ने 22 सौ करोड रुपए की एक महत्वकांक्षी योजना मंजूर की थी जिस पर पश्चिमी यमुना नहर के कुछ हिस्सों में काम पूरा हो चुका है। विगत मंगलवार को हुई समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को स्पष्ट आदेश देते हुए इस योजना को और अधिक गति देने को कहा है। उन्होंने प्रतिमाह इसकी रिपोर्ट उन्हें देने का आदेश दिया है तथा नांगल चौधरी के विधायक डॉ यादव को लगातार इसकी गति सुनिश्चित करने के लिए विभाग के संपर्क में रहकर इसकी निगरानी करने को कहा है। इस योजना के वर्ष 2022 के अंत तक पूरा कर लिए जाने की संभावना है। इस योजना के संपूर्ण होने के बाद लगभग 5000 क्यूसिक पानी बरसात के मौसम में यमुना नदी से हरियाणा के विभिन्न क्षेत्रों में अधिक उपलब्ध रहने की संभावना है।
झज्जर से नारनौल रेल मार्ग बनाने की रखी मांग l नारनौल। इसके साथ ही नांगल चौधरी विधायक डा. अभय सिंह यादव ने मुख्यमंत्री से लॉजिस्टिक हब के निर्माण से संबंधित कार्य को भी इसी वर्ष धरातल पर चालू करने समेत इस हब को रोहतक झज्जर से रेल मार्ग से जोडऩे का भी आग्रह किया जिस से नारनौल का संपर्क रेल मार्ग द्वारा चंडीगढ़ समेत उत्तरी भारत के अन्य शहरों से सीधा स्थापित हो सके। डा. यादव ने इस बात पर विशेष बल दिया की उत्तरी भारत से आने वाले माल एवं यात्रियों को दिल्ली की भीड़ से गुजरने की बजाय सीधे पश्चिमी भारत के मुंबई अहमदाबाद जैसे शहरों एवं पश्चिमी बंदरगाहों पर सीधे पहुंचने में यह रेलमार्ग कारगर साबित होगा। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को इसकी प्रारंभिक रिपोर्ट तैयार करने का आदेश दिया है।
पश्चिमी यमुना नहर की क्षमता बढ़ाने की योजना पर अब तक हुए कार्य की समीक्षा करते मुख्यमंत्री मनोहर लाल।