लक्ष्य को हासिल करने के लिए कड़ी मेहनत विद्यार्थी के लिए जरूरी है: डीसी
नारनौल, 27 जुलाई। सम्मान के पल अविस्मणीय होते हंै जो हमें ओर आगे बढऩे के लिए प्ररित करते हंै। यह बात उपायुक्त आर के सिंह ने आज जिला प्रशासन एवं शिक्षा विभाग के सौजन्य से प्रदेश भर मेंं 12वीं कक्षा में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाली मनीषा को आयोजित सम्मान समारोह मेंं शिक्षा विभाग द्वारा एकत्रित 2 लाख 50 हजार रुपए की राशि से सम्मानित करते हुए कही।
डीसी ने कहा कि मनीषा की शिक्षा में रूचि व लगन तथा अध्यापकों की मेहनत का ही परिणाम है जो इस जिला के विकास खंड सिहमा के राजकीय स्कूल की छात्रा ने प्रदेश मेंं जिला का नाम रोशन किया है। शिक्षा का माहौल व विषयों को रूचिकर बनाना अध्यापक वर्ग का कार्य है। वहीं प्रत्येक विषय को चरणबद्घ तरीके से अध्ययन करना विद्यार्थी का कार्य है। इस विद्यालय परिवार के इस अथक प्रयास के माध्यम से मनीषा ने यह सफलता हासिल की है।
उन्होंने कहा कि अध्यापकों का सम्मान, एकाग्रता, विचार व आचरण सही होने के साथ साथ लक्ष्य को हासिल करने के लिए कड़ी मेहनत विद्यार्थी के लिए जरूरी है। उन्होंने कहा कि बाल सभा में अध्यापकों व बच्चों द्वारा रखे प्रश्न सभी के लिए ज्ञानवर्धक साबित होते हैं। अध्यापक भी पूरी तैयारी से कक्षा मेंं जाएं जिससे बच्चों द्वारा रखें प्रश्नोंं का सही जवाब दिया जा सके। उन्होंने कहा कि बच्चों अपने करियर के लिए अध्यापकों व अभिभावकों से भी विचार विमर्श करें। इस अवसर पर मनीषा ने अपनी सफलता का श्रेय अपने अभिभावकों व अध्यापकों को दिया। उसने कहा कि गलतियां अच्छी हैं झूठे दिखावे से। सरकारी व प्राईवेट स्कूल मायने नहीं रखता। यह निर्भर करता बच्चे की मेहनत पर।
उन्होंने जिला शिक्षा अधिकारी सुनील दत से कहा कि आज के इस सम्मान समारोह को आगे निरतंर रखने के लिए भविष्य में आपको ओर बेहतर परिणाम लाने के लिए कड़ी मेहनत करनी होगी। उन्होंने कहा कि प्रतिभाओं का अभाव नहीं है। अध्यापक शिक्षा रूपी समुद्र में से मनीषा जैसे मोती ढुढंने के लिए प्रयास करें। आवश्यकता है उन्हें आगे लाने, माहौल व वातावरण देने की। सिहमा स्कूल मेंं बेहतर परिणाम से अपनी एक अलग पहचान बनी है। स्कूल में भी उत्साहवर्धक वातावरण बना है। उन्होंने कहा कि अध्यापक स्कूल रूपी नर्सरी में ऐसे पौधे तैयार करें जिसकी महक देश प्रदेश में हो। अध्यापक मनन करें कि बच्चें कैसे अधिक से अधिक नंबर ले कर आएं। उन्होंने मनीषा के पिता मनोज व अध्यापकों का भी तालियों से स्वागत करवाया।
इस अवसर पर प्राचार्य सुधीर कुमार ने बताया कि स्कूल में बच्चों को अलग से मेहनत करवाने के साथ सुबह व दोपहर को परीक्षा आयोजित करवाने के साथ साथ किए कार्य की समीक्षा व बच्चों के डाउट दूर करने का अवसर प्रदान करना व बच्चों ने स्वयं रूचि लेकर मेहनत की जिसका परिणाम आज स्कूल के अन्य बच्चों ने बेेहतर अंक प्राप्त किए है। उन्होंने आश्वासन दिया कि इस सम्मान की श्रृंखला को आगे ले जाएंगे।
इस अवसर पर नगराधीश मनोज कुमार, डीईईओ नसीब सिंह, उप जिला शिक्षा अधिकारी शक्ति पाल, पवन भारद्वाज, अलका सिंह, राजेंद्र प्रसाद, अभय राम, कृष्ण सिंह केअलावा विभिन्न स्कूलों के प्रार्चाय व प्रवक्ता उपस्थित थे।
सम्मान के पल अविस्मणीय होते हैं: डीसी
रिपोर्ट- विनोद/ आकाश यादव
सम्मान के पल अविस्मणीय होते हैं: डीसी