लगातार दूसरे दिन राहत की खबर

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संक्रमण मुक्त दो रोगी और डिस्चार्ज
भीलवाड़ा, 4 अप्रैल/ भीलवाड़ा के लिए शनिवार का दिन एक बार फिर राहत का समाचार लेकर आया। शुक्रवार को 9 संक्रमण मुक्त रोगियों को महात्मा गाधी अस्पताल से डिस्चार्ज करने के पश्चात शनिवार को एक महिला और एक पुरुष को संक्रमण मुक्त रोगियों को वायरस फ्री घोषित करते हुए उनके घर के लिए डिस्चार्ज किया गया।
जिला कलक्टर राजेंद्र भट्ट ने मेडीकल काॅलेज के प्रिंसीपल डाॅ. राजन नंदा, महात्मा गांधी अस्पताल के प्रमुख चिकित्सा अधिकारी डाॅ. अरूण गौड़, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. मुश्ताक खान और उनकी पूरी टीम की उपस्थिति में दोनों को गुलाब का फूल भेंट कर उनके अच्छे स्वाथ्य की कामना की। डाॅ.ॉ नंदा ने उनकी हथेली पर मोहर लगाकर 14 दिन में होम क्वारन्टाइन में रहने की हिदायत दी। जिला कलक्टर सहित सभी लोगों ने तालियां बजाकर दोनों का उत्साहवर्धन किया।
अधिकतम सेम्पलिंग पर है जोरः
जिला कलक्टर ने इस अवसर पर मीडिया से बात करते हुए कहा कि तीन दिन के अंतराल के बाद शनिवार को एक और संक्रमित सामने आया है। इससे हमें घबराने की जरुरत नहीं है। हमने कोरोना संक्रमण पर काफी हद तक नियंत्राण पा लिया है। अब ग्रामीण क्षेत्रा की सेम्पलिंग पर विशेष जोर दिया जा रहा है। प्रत्येक ब्लाॅक से प्रतिदिन कम से कम 20 सेम्पल का लक्ष्य रखा गया है ताकि जिले के सभी भागों के निवासियों की समान रुप से जांच हो सके। साथ ही सोशल डिस्टेंसिंग पर विशेष ध्यान रखने के निर्देश दिए गए हैं और सभी को घरों में रहने को कहा गया है। शहर और ग्रामीण इलाकों में सर्वे का क्रमशः तीसरा और दूसरा चरण चल रहा है। पूर्व के चरणों में सामान्य सर्दी जुकाम से पीड़ित पाए गए लोगों की विशेष स्क्रीनिंग इन अगले चरणों में की जा रही है। अधिकतम सेम्पलिंग के माध्यम से जिले में सामुदायिक संक्रमण की स्थिति का स्पष्ट पता चल सकेगा।
रोगी बोले – घबराएं नहीं, सामना करेंः
संक्रमण मुक्त हुए दोनों रोगी डाक्टरी पेशे से जुड़े हुए हैं। आइसोलेशन वार्ड में भर्ती होने से पहले दोनों थोड़े चिंतित एवं डरे हुए थे। लेकिन बाद में अस्पताल स्टाफ द्वारा मनोबल बढ़ाए जाने से सामान्य हुए। अनुभवी डाक्टर्स की देखरेख में स्वास्थ्य लाभ लेने के पश्चात घर जाने से पहले मीडिया के माध्यम से सभी को संदेश देते हुए कहा कि घबराएं नहीं और सोशल डिस्टेंस मेंटेन करें। साथ ही स्वास्थ्य सुरक्षा संबंधी आदतों को अपनाते हुए स्वस्थ रहें।
दवाइयों के कोम्बिनेश सफलता से डाक्टर्स उत्साहितः
महात्मा गांधी चिकित्सालय के प्रमुख चिकित्सा अधिकारी डाॅ. अरुण गौड़ ने कहा कि एजीथ्रोमाइसिन, ओसेल्टामिविर और क्लोरोक्विन फास्फेट के कोम्बिनेशन के साथ आइसोलेशन वार्ड में मरीजों का इलाज किया जा रहा है जिसके उत्साहजनक परिणाम मिल रहे हैं। 27 में से 11 मरीज वायरस मुक्त होकर घर जा

चुके हैं। पूरी टीम का इससे हौंसला बढ़ा है। अभी तक की चुनौतियों पर हमने पार पाया है। आगे भी हर तरह की परिस्थिति के लिए पूरी टीम तैयार हैं।
वायरस प्रवेश के तीनों द्वार बंद रखें – डाॅ नंदाः
मेडीकल काॅलेज प्राचार्य डाॅ. राजन नंदा ने कहा कि कोरोना वायरस हमारे शरीर में तीन प्रवेश द्वारों से प्रवेश कर सकता है। ये द्वार हैं मुंह, नाक और आंख। हमें अपने हाथ धोये बिना या सेनिटाइज किए बिना इन तीनों अंगों को नहीं छूना चाहिए। इससे वायरस के हमारे शरीर में प्रवेश की संभावनाएं न्यूनतम हो जाती है।

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