संक्रमण का संभावना वालों की जांच पर जोर
बाहर से आने वालों को रखेंगे क्वारन्टीन में
भीलवाड़ा, 27 मार्च। जिला कलक्टर ने शुक्रवार को मीडिया ब्रीफिंग के दौरान पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि जिले में कोरोना संक्रमण की चेन को तोड़ने के लिए उन लोगों को क्वारन्टीन में रखने की तैयारी है जो बांगड़ अस्पाताल के रोगियों के निकट सम्पर्क में आए या फिर हाल ही में दूसरे राज्यों से यहां आए हैं। ब्रीफिंग के दौरा जिला पुलिस अधीक्षक हरेंद्र महावर, महात्मा गांधी चिकित्सालय के पीएमओ डॉ अरुण गौड़ व सीएमएचओ डॉ मुश्ताक भी उपस्थित रहे।
जिला कलक्टर ने कहा कि ऐहतियाते के तौर पर क्वारन्टीन में रखने के लिए 14 विभिन्न होटल्स एवं रिसॉर्ट्स के 1541 एकल कमरों को अधिगहित किया गया है। इसके अलावा आगे की तैयारी के लिए विभिन्न सामुदायिक भवनों को अधिग्रहित किया गया है जिनमें आवश्यकतानुसार 13 हजार 10 क्वारन्टाइन बेड तैयार किए जा सकें। उन्होने बताया कि बांगड़ अस्पताल से इलाज लेने वाले रोगियों के परिजनों एव निकट सम्पर्कियों की कोरोना जांच पर जोर दिया जा रहा है और उन्हे 14 दिन की अवधि में क्वारन्टीन में रखने का कार्य किया जा रहा है। अभी तक 761 सेम्पल में से 21 की पॉजिटिव व 432 की नेगेटिव रिपोर्ट आई है, 308 की रिपोर्ट आना बाकी है। भर्ती संक्रमितों में से 3 की रिपोर्ट नेगेटिव आने से राहत की उम्मीद बंधी है। 24 घंटे सेम्पल की व्यवस्था के तहत लगातार सेम्पल लिए जा रहे हैं और उन लोगों को क्वारन्टीन में रखा जा रहा है।
जिला कलक्टर ने बताया कि अलावा जिले की सीमा पर 24 चौकियां लगाकर आवागमन बंद कर दिए जाने के बावजूद रायपुर क्षेत्र में कच्चे रास्तों से घुस आए लोगों को भी क्वारन्टीन में रखा जाएगा। जिला कलक्टर ने बताया कि रायपुर उपखंड अधिकारी को इस बारे में निर्दश दे दिए गए हैं कि दो दिन में महाराष्ट्र में आईसक्रीम लॉरी लगाने वाले इन लोगों की पहचान कर क्वारन्टीन में रखने की व्यवस्था करें।
जिला पुलिस अधीक्षक ने कहा कि जो लोग बार-बार समझाने के बावजूद घरो से निकलकर सड़कों पर आ रहे हैं या आवश्यक वस्तुओं की डिलीवरी के समय भीड़ के रुप में जमा हो रहे हैं उन पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। ऐसे लोग न केवल खुद के परिवार बल्कि अन्य लोगों को भी संक्रमण की संभावना की ओर धकेल रहे हैं जो कि ठीक नहीं। जिला मजिस्ट्रेट के निर्देशानुसार जिले की सीमा के कच्चे रास्तों को भी सील कर दिया गया है और जरुरत पड़ने पर अतिरिक्त सुरक्षा बल भी मंगवाया जा सकता है।
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नाथड़ियास व आसपास के गांव जीरो मोबीलिटि क्षेत्र घोषित
भीलवाड़ा, 27 मार्च। जिला कलक्टर श्री राजेंद्र भट्ट ने नाथड़ियास ग्राम में कोरोना वायरस संक्रमित व्यक्ति पाये जाने से नाथड़ियास व समीपस्थ गावों में धारा 144 के तहत जीरो मोबिलिटी निषेधाज्ञा जारी की है।
जिला कलक्टर ने कोरोना वायरस के अत्यधिक संक्रमण के मद्देनजर रायपुर उपखंड के राजस्व ग्राम नाथड़ियास को केंद्रबिन्दु मानते हुए ग्राम पंचायत नाथड़ियास सहितं आस-पास के गांवों पनोतिया, आसपुर, मोटरो का खेड़ा की सम्पूर्ण सीमा क्षेत्र को जीरो मोबिलिटि क्षेत्र घोषित करते हुए निषेधाज्ञा लामू की है। इन लोकिंग ऐरिया में जन साधारण का सख्ती से आगमन-निर्गमन 27 मार्च दोपहर दो बजे से आगामी आदेष तक निषेध रहेगा। गौरतलब है कि भीलवाड़ा शहर, मांडल कस्बे का एक क्षेत्र और नौ गांवों में पहले ही कर्फ्यू लगा रखा है।
——————–क्वारंटीन में रखे संदिग्धों को निःशुल्क स्ट्राबेरी
भीलवाड़ा,27 मार्च। कोरोना वायरस पीड़ितो की सहायता के लिये, हर तरफ से मिल रहे सहयोग में प्रगतिशील किसान कन्हैया लाल भी आगे आए है। उन्होंने अपनी ओर से पहल करते हुए, क्वारंटीन में रखे गये मरीजों के लिये, अपने फार्म में उगाई गई स्ट्रॉबेरी निःशुल्क वितरित करने की पेशकश, जिला कलक्टर राजेन्द्र भट्ट व पुलिस अधीक्षक हरेन्द्र महावर के समक्ष की है।
कन्हैया लाल आई आई टी मुम्बई से केमिकल इंजिनियरिंग की पढाई कर अपने आर्गेनिक फार्म पर स्ट्रॉबेरी की फसल उगा रहे है। उन्होंने प्रतिदिन प्राप्त होने वाली फसल को स्वप्रेरणा से क्वारेंटीन में रखे गये कोरोना मरीजो को वितरित करने का सराहनीय निर्णय लिया है।
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मुख्यमंत्री ने विडियो कांफ्रेंस कर दिये निर्देश
भीलवाड़ा, 27 मार्च। मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत ने कहा कि कोरोना संक्रमण की वैश्विक महामारी के कारण पूरी मानव जाति पर संकट खड़ा हो गया है। हम सबको पूरी क्षमता के साथ इस चुनौती का डटकर सामना करें।
उन्होंने कहा कि धन और संसाधनों में किसी तरह की कमी नहीं है। जिला कलक्टर सुनिश्चित करें कि लॉकडाउन के दौरान किसी जरूरतमंद को परेशानी का सामना न करना पड़े और कोई भूखा नहीं सोए। उन्होंने कहा कि खाद्य सामग्री सहित अन्य वस्तुओं की सप्लाई भी निरन्तर बनी रहे। सरकार की एडवाजरी की शत-प्रतिशत पालना सुनिश्चित हो।
श्री गहलोत शुक्रवार को कोरोना वायरस केे संक्रमण से बचाव के लिए सरकार द्वारा उठाए गए कदमों की पालना के लिए जिला कलेक्टरों एवं पुलिस अधीक्षकों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने संक्रमण से अधिक प्रभावित जिलो के जिला कलक्टर से फीडबैक भी लिया तथा दिषा-निर्देष प्रदान किये।
मुख्यमंत्री ने जिला कलेक्टरों से कहा कि सरकार के फैसलों को प्रभावी रूप से लागू करे। लॉकडाउन से आमजन को न्यूनतम तकलीफ हो। गरीब एवं जरूरतमंद लोगों को खाद्य सामग्री एवं आवश्यक वस्तुओं के लिए परेशानी का सामना नहीं करना पड़े। आईसोलेशन में रह रहे लोगों तक खाने एवं दवाओं की आपूर्ति में कोई कमी नहीं रहे।
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के दौरान जिला कलक्टर राजेन्द्र भट्ट, पुलिस अधीक्षक हरेन्द्र महावर, अतिरिक्त जिला कलक्टर राकेश कुमार, मेडीकल काॅलेज के प्रिंसिपल डा. राजन नंदा, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डा. मुश्ताक खां सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
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