डॉ. जलीस अंसारी की गिफ्तारी के लिए उप्र एसटीएफ स्थानीय मुखबिरों की मदद से उसकी हर गतिविधि पर नजर रख रही थी। इसी क्रम में शुक्रवार को पता चला कि वह कानपुर के रेलबाजार इलाके में स्थित फेथफुलगंज में एक मस्जिद में नमाज पढ़ने गया है। सिविल ड्रेस में एसटीएफ के अधिकारी मस्जिद के आस पास ही थे और उसके बाहर निकलने का इंतजार कर रहे थे।
अंसारी जब बाहर निकला तो उसके साथ एक नाबालिग बच्चा उसका हाथ पकड़े चल रहा था। एसटीएफ के अधिकारी ने उसे पहचान तो लिया, लेकिन उसके साथ एक नाबालिग को देखकर चौंक गया। ऐसा लगा कि वह कोई स्थानीय निवासी है। इसके बाद उस अधिकारी ने अपना शक दूर करने के लिए जलीस को आवाज दी और कहा, ..अंसारी चचा कैसे हो, जेल में हम साथ थे..पहचाने कि नहीं..इतना कहते ही अंसारी सकपका गया।