रास्ता खोलो अभियान’ का आगाज : बरसों से बंद रास्ते खुले, ग्रामीणों के चेहरे खिले
गौरव रक्षक/योगेश पूरी गोस्वामी
जयपुर, 15 नवंबर। जयपुर जिले में जिला कलेक्टर डॉ. जितेंद्र कुमार सोनी के नेतृत्व में शुक्रवार को शुरू हुए ‘रास्ता खोलो अभियान’ ने ग्रामीणों और किसानों को राहत की सांस दी। अभियान के पहले ही दिन प्रशासन ने सहमति और समझाइश से 26 बंद रास्ते खुलवाए, जिससे वर्षों से बाधित संपर्क मार्ग फिर से सुचारू हो गए। इस पहल के चलते गांव और खेतों तक पहुंचना आसान हुआ, और ग्रामीणों ने जिला प्रशासन का आभार प्रकट किया। अभियान के पहले दिन चौमूं और जोबनेर में 4-4, आंधी, चाकसू, शाहपुरा और सांगानेर में 3-3, कोटखावदा और किशनगढ़-रेनवाल में 2-2 तथा तूंगा और आमेर में 1-1 रास्ता खुलवाया गया। विशेष रूप से किशनगढ़-रेनवाल के धोलिया का वास गांव में 50 साल पुराना रास्ता और आंधी तहसील के दांतली में 30 साल पुराना मार्ग समझाइश के जरिए खुलवाया गया। इसी तरह, तूंगा में 15 साल पुराने अतिक्रमण को हटाकर 300 मीटर लंबा रास्ता फिर से चालू किया गया।
ग्रामीणों ने व्यक्त की खुशी
सालों से बंद पड़े रास्तों के खुलने से ग्रामीणों ने अभियान की सराहना की। उनका कहना है कि यह पहल उनके जीवन को सरल बनाएगी। दशकों से बंद सिवायचक, कटानी और अन्य राजस्व रास्तों को खोलकर प्रशासन ने न केवल संपर्क को बहाल किया, बल्कि स्थानीय कानून-व्यवस्था को भी मजबूत किया।
कलेक्टर का विजन
जिला कलेक्टर डॉ. जितेंद्र कुमार सोनी ने बताया कि ग्रामीण क्षेत्रों में बंद रास्तों और अतिक्रमण से जुड़ी समस्याएं आम हैं। अक्सर ये प्रकरण न्यायालय तक पहुंचते हैं, जिससे जन-धन की हानि और क्षेत्रीय विकास में बाधा उत्पन्न होती है। इसी के मद्देनजर ‘रास्ता खोलो अभियान’ शुरू किया गया, जिसका उद्देश्य है – बंद रास्तों को खोलकर ग्रामीणों को राहत देना और अतिक्रमण पर स्थायी समाधान निकालना।
कैसे चल रहा है अभियान?
सभी खंड विकास अधिकारी अपने क्षेत्रों में आवश्यक संसाधन जुटाकर प्रशासन का सहयोग कर रहे हैं।
उपखंड अधिकारी सप्ताह में एक बार तहसीलदार, थानाधिकारी और विकास अधिकारियों के साथ प्रकरणों की समीक्षा कर रहे हैं।हर सप्ताह कम से कम तीन बंद रास्तों की समस्याओं का समाधान किया जा रहा है ।खुलवाए गए रास्तों पर ग्रेवल या सीसी रोड का निर्माण कराया जाएगा ताकि दोबारा अतिक्रमण न हो।
अभियान की सफलता
अभियान के दौरान रास्ते खोलने के साथ-साथ अतिक्रमण हटाने, खातेदार किसानों को उनके खेतों तक पहुंचाने के लिए मार्ग सुनिश्चित करने, और राजकीय भूमि पर सार्वजनिक रास्ते बहाल करने जैसे कार्य प्राथमिकता से किए जा रहे हैं।
ग्रामीणों का कहना है कि ‘रास्ता खोलो अभियान’ से क्षेत्रीय विकास को नई दिशा मिलेगी और वर्षों पुरानी समस्याओं का स्थायी समाधान होगा। जिला कलेक्टर डॉ. जितेंद्र कुमार सोनी के नेतृत्व में ‘रास्ता खोलो अभियान’ का आगाज