हाथरस हादसा:बाबाओं के मकड़ जाल में आम जनता हुई हादसे का शिकार 116 की मौत
गौरव रक्षक/ राजेन्द्र शर्मा
हाथरस 2 जुलाई l
हाथरस में एक सत्संग कार्यक्रम में भगदड़ मच गई, जिसमें 100 से अधिक लोग मारे जा चुके हैं। वहीं इसमें सैकड़ों लोग घायल हैं। अब एक सवाल उठने लगा है कि आखिर वह भोले बाबा कौन है, जिनका सत्संग सुनने के लिए हजारों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचे थें।
कासगंज का रहने वाले हैं बाबा
भोले बाबा के नाम से विख्यात बाबा पश्चिमी यूपी में काफी लोकप्रिय हैं। इनका सत्संग सुनने के लिए आसपास के राज्यों से भी लोग आते हैं और लाखों की संख्या में उनके अनुयायी हैं। भोले बाबा के नाम से प्रसिद्ध संत का असली नाम सूरजपाल है और उन्हें लोग हरि भोले बाबा के नाम से जानते हैं। भोले बाबा कासगंज के पटियाली गांव के रहने वाले हैं और वहीं पर उन्होंने अपना एक आश्रम बनाया हुआ है।
18 साल पहले तक करते थे पुलिस की नौकरी
संत बनने से पहले भोले बाबा यूपी पुलिस की नौकरी करते थे। 2006 में इन्होंने यूपी पुलिस की नौकरी से वीआरएस ले लिया था और उसके बाद अपने गांव में ही रहने लगे थे। इसके बाद वह गांव-गांव जाकर भगवान की भक्ति का प्रचार प्रचार शुरू कर देते हैं और उन्हें चंदा भी मिलने लगा। धीरे-धीरे उनके सत्संग का आयोजन किया जाने लगा और वह पश्चिमी यूपी में लोकप्रिय हो गए।
भोले बाबा अपनी पत्नी के साथ आसन पर बैठकर सत्संग कहते हैं। वह अक्सर सफेद रंग का सूट पैंट पहने होते हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, जहां भी भोले बाबा का सत्संग होता है वहां उनके अनुयायी ही पूरी व्यवस्था संभालते हैं।
घटना के चश्मदीदों के अनुसार वहां पर बड़ी संख्या में महिलाएं और बच्चे आए थे। इस दौरान बड़ी संख्या में भीड़ उमड़ी हुई थी। जैसे ही सत्संग खत्म हुआ, लोग वहां से जाने लगे और इस दौरान भगदड़ मच गई। भगदड़ के दौरान लोग एक दूसरे को देख नहीं रहे थे और एक दूसरे के ऊपर चढ़ते चले गए। भगदड़ होते ही चारों ओर चीख पुकार मच गई।
सीएम योगी ने दिए जांच के आदेश
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी इस हादसे का संज्ञान लिया है। सीएम योगी ने ADG, आगरा और कमिश्नर, अलीगढ़ के नेतृत्व में टीम गठित कर दुर्घटना के कारणों की जांच के निर्देश भी दिए हैं। उन्होंने कहा कि प्रभु श्री राम से प्रार्थना है कि दिवंगत आत्माओं को अपने श्री चरणों में स्थान तथा घायलों को शीघ्र स्वास्थ्य लाभ प्रदान करें।