आपको मिलेगा आपकी राशि का भाग्यफल आज के संपूर्ण मुहूर्त के साथ 🌞🌞 आज का पंचांग

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आपको मिलेगा आपकी राशि का भाग्यफल आज के संपूर्ण मुहूर्त के साथ 🌞🌞
आज का पंचांग

🕉 13 अक्टूबर 2023
🕉️ पुरानी दिल्ली भारत
🕉️ चतुर्दशी, कृष्ण पक्ष
🕉️ आश्विन

🔱तिथि चतुर्दशी 21:50:18
🔱पक्ष कृष्ण
🔱नक्षत्र उत्तर फाल्गुनी 14:09:40
🔱योग ब्रह्म 10:04:01
🔱करण विष्टि भद्र 08:54:19
🔱करण शकुनी 21:50:18
🔱वार शुक्रवार

🕉️ माह
🔱(अमावस्यांत) भाद्रपद
🔱(पूर्णिमांत) आश्विन
🔱चन्द्र राशि कन्या
🔱सूर्य राशि कन्या
🔱रितु शरद
🔱आयन दक्षिणायण
🔱संवत्सर शोभकृत
🔱संवत्सर (उत्तर) पिंगल
🔱विक्रम संवत 2080 विक्रम संवत
🔱गुजराती संवत 2079 विक्रम संवत
🔱शक संवत 1945 शक संवत
🔱कलि संवत 5124 कलि संवत
🔱सौर प्रविष्टे 27, आश्विन

🕉️ पुरानी दिल्ली भारत
🔱सूर्योदय 06:26:10
🔱सूर्यास्त 17:59:43
🔱दिन काल 11:33:32
🔱रात्री काल 12:26:58
🔱चंद्रास्त 17:22:18
🔱चंद्रोदय 29:51:44
🔱सूर्योदय लग्न कन्या 25°15′ , 175°15′
🔱सूर्य नक्षत्र चित्रा
🔱चन्द्र नक्षत्र उत्तर फाल्गुनी

🕉️ पद, चरण
🔱3 पा उत्तर फाल्गुनी 07:32:51
🔱4 पी उत्तर फाल्गुनी 14:09:40
🔱1 पू हस्त 20:45:08
🔱2 ष हस्त 27:19:12

🕉 13 अक्टूबर आज का राशि फल🕉

🐏 मेष (Aries): व्यवसायियों के लिए आज का दिन लाभदायी है। परिवार का आनंददायी वातावरण भी आप के मन को प्रफुल्लित रखने में सहायता करेगा। शारीरिक स्वास्थ्य में वृद्धि होगी। आपको सहयोगियों का अच्छा सहयोग मिलेगा। सामाजिक क्षेत्र में आप को यशकीर्ति मिलेगी।
🐂 वृषभ (Tauras): आज बौद्धिक चर्चाओं से दूर रहने की आवश्यकता हैं। विद्यार्थियों के लिए समय कठिन है। मन में चिंता बनी रहेगी। पेट सम्बंधित रोग से भी मन चिंतित रहेगा। मध्याहन के बाद राहत का अनुभव होगा। मानसिक रूप से भी आप तंग स्थिति से राहत की स्थिति का अनुभव करेंगे।
👭 मिथुन (Gemini): आज आप में स्फूर्ति का अभाव रहेगा। पारिवारिक सदस्यों के बीच में तूतू-मैंमैं होने की भी संभावना है। स्थावर संपत्ति के पात्रों के विषय में सावधानी रखिएगा। आकस्मिक धन के खर्च की संभावना रहेगी।
🦀 कर्क (Cancer): किसी भी कार्य को अविचारितापूर्वक न करें। स्वजनों से हुई भेंट से आनंद मिलेगा। उनसे प्रेमपूर्ण सम्बंधों से आप के आनंद में वृद्धि होगी। प्रतिस्पर्धीयों के सामने मनोबलपूर्वक टिके रहिएगा।
🦁 सिंह (Leo): आज बौद्धिक क्षमता में वृद्धि होने से चर्चा में भाग ले सकते हैं परंतु वाद-विवाद टालिएगा ऐसा गणेशजी कहते हैं। पारिवारिक सदस्यों के साथ अच्छा समय बीतेगा। आर्थिक लाभ होने की भी संभावना है।
👧🏻 कन्या (Virgo): आज के दिन आप की वाणी के प्रभाव से आप ही को लाभ होगा, इससे अन्य लोगों के साथ आप के सम्बन्धों में प्रेम की भी वृद्धि होगी। आप का पर्यटन आप के लिए आनंददायी रहेगा।
⚖ तुला (Libra): क्रोध को वश में रखकर स्वभाव को मृदु बनाए रखने की आवश्यकता हैं। वाणी पर संयम रखने से वातावरण को शांत रखने में आप सफल हो सकते हैं। निर्णयों को सोच-समझकर लें। भ्रांति को हो सके तो दूर करें।
🦂 वृश्चिक (Scorpio): जीवनसाथी प्राप्त होने के लिए आज का दिन शुभ है। आय और व्यापार में भी वृद्धि के योग हैं। मित्रों के साथ प्रवास पर जा सकते हैं जहां आपका समय काफी आनंदपूर्वक बीतेगा।
🏹 धनु (Sagittarius): आज आपकी कार्य योजनाएं अच्छी तरह से संपन्न होगी। व्यवसायिक रूप से भी सफलता प्राप्त होगी। कार्यालय में वातावरण अनुकूल रहेगा। परिश्रम के अपेक्षानुसार पद में भी उन्नति होगी। परिवार में भी आनंद-उल्लास बना रहेगा। मित्रों से हुई भेंट से मन प्रफुल्लित रहेगा।
🐊 मकर (Capricorn): आज विदेश जाने के इच्छुक लोगों के लिए संभावनाएं बढ़ सकती हैं। धार्मिक यात्रा से आज आप धर्मिष्ठता की अनुभूति करेंगे। परिवारजनों में आनंद-उल्लास का वातावरण बना रहेगा। व्यावसायिक क्षेत्र में पदोन्नति होगी।
⚱ कुंभ (Aquarius): नए कार्य का प्रारंभ आज न करें, स्वास्थ्य संभालने के लिए खान-पान में ध्यान रखिएगा। अपनी वाणी पर संयम रखने से आप किसी के साथ उग्र चर्चा अथवा मनमुटाव को टालने में सफल हो सकेंगे।
🧜‍♀ मीन (Pisces): व्यापार में भागीदारी से आप को लाभ होगा, किसी मनोरंजन स्थल पर स्नेहीजनों के साथ आनंद मनाने से मन प्रफुल्लित हो जाएगा। परंतु मध्याहन के बाद परिस्थिति में परिवर्तन का अनुभव आप करेंगे।

🌑 कल पितृ पक्ष का अंतिम दिन है। और सभी पितृ अपने अपने धाम को प्रस्थान करेंगे।

किसी ने भी अगर पित्तरो के निमित्त कुछ न किया हो तो कल जरूर करे –
1. तीन दीपक जरूर जलाए एक आपके मुख्य द्वार पर सरसों के तेल का दीपक बत्ती का मुंह दक्षिण की तरफ रखकर जलाए।
2. एक दीपक पीपल के पेड़ के नीचे दक्षिण दिशा की तरफ बत्ती का मुंह होना चाहिए।
3. घर के नजदीक जो भी कुआ, बावड़ी, तालाब या नदी के पास। अगर इनमे से कोई भी न हो तो आपके घर में पानी रखने के स्थान पर जिसे हम परिंडा भी कहते है। जरूर करे।
इसके अलावा सुबह सूर्य भगवान को गंगा जल डालकर अर्घ्य दे। और ॐ सर्व पितृभयः नमः मंत्र का जाप करे।
7 बार सुबह 10.00 से 1130 के बीच सभी पित्तरी के निमित्त तर्पण जरूर करे या करवाए।
स्वयं करें तो गंगा जल, कुशा, काले तिल, सफेद तिल, जौ, कच्चा दूध ये सब दाहिने हाथ के अंगूठे में कुशा बांधकर सामग्री कुशा पर से जल और अन्य सामग्री दक्षिण दिशा में गिरे ऐसे पीपल में चढ़ाए और ॐ सर्व पितृभयः नमः मंत्र का 7 बार जाप करे। और पीपल के पेड़ की 7 बार ॐ नमो भगवते वासुदेवाय नमः मंत्र बोलते हुए परिक्रमा करे। और आपके पितृ से प्रार्थना करे और अपनी मनोकामना बोले। इसके अलावा भगवान विष्णु से अपने पित्तरो के निकित्त प्रार्थना करे की उन्हे भगवान विष्णु बैकुंठ में स्थान दे।
इसके अलावा संध्या समय पित्तरों के निमित्त मुख्य द्वार की चौखट पर दीपक के साथ भोजन और जल भी रखे
और यह करने के पश्चात भगवान शिव के मंदिर जाकर आपको जल में गंगा जल, कुशा मिलाकर सफेद तिल के साथ भगवान शिव का अभिषेक करना है और पित्तरों के निमित्त प्रार्थना करनी है की अगर पितृ किसी भी लोक में परेशान है तो उन्हे मुक्ति प्रदान करे। और बैठकर महामृतुंजय मंत्र का 108 बार जाप करना है। रुद्राक्ष की माला से ।

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