मालोला में गोलियां चलाने में शामिल 3 आरोपी गिरफ्तार, गन बरामद
गौरव रक्षक/राजेंद्र शर्मा
भीलवाड़ा 21 मई । आखिर धरे गए फायरिंग करने में शामिल अपराधी। शहर के पास स्थित मालोला गांव में दो दिन पहले हुई फायरिंग की वारदात में शामिल तीन युवकों को प्रतापनगर पुलिस ने गिरफ्तार किया है। मुख्य आरोपी गोपाल गुर्जर अभी फरार है। वारदात के पीड़ित और आरोपी गोपाल के पक्ष के बीच डेढ़ महीने पहले हुए विवाद में गोपाल गुर्जर के पक्ष की बोलेरो जला दी गई थी। इसके बाद भी गुर्जर को नीचा दिखाने के लिए कुछ लोग प्रचार कर रहे थे कि गोपाल उनका कुछ भी नहीं बिगाड़ पाया। इसके चलते गोपाल गुर्जर ने बदला लेने के लिए फायरिंग की।
डीएसपी सिटी नरेन्द्र दायमा ने शनिवार शाम प्रतापनगर थाने में पत्रकार वार्ता में बताया कि 18 मई की शाम करीब 6:30 बजे 200 फीट रोड पर बातचीत कर रहे युवकों पर कार और जीप में आए 7-8 बदमाशों ने पिस्टल से ताबड़तोड़ फायर करने के साथ ही तलवारों एवं बेसबॉल के डंडों से हमला कर दिया। हमले में भगवानसिंह नाम का युवक घायल हो गया। उसके मित्र दौलतसिंह ने रिपोर्ट दर्ज करवाई ।
एचबीएस गैंग चलाने वाले जिपिया निवासी गोपाल गुर्जर ने अपने 5-7 साथियों के साथ आकर पिस्टल से भगवानसिंह राठौड़ पर फायर की, दौलतसिंह ने बीच-बचाव किया तो उस पर भी फायर कि मामले में मांडल चौराहा निवासी बबलू सिंह पुत्र राजू सिंह रावणा राजपूत, रॉयल्टी का काम करने वाले सुरास निवासी हरफूल पुत्र प्यारा गाडरी और बड़ेसरा शाहपुरा हाल भीलवाड़ा मारुति कॉलोनी निवासी पंकज पुत्र शंकरलाल शर्मा को गिरफ्तार किया गया । बबलूसिंह के पास से पिस्टल भी बरामद की गई । कोर्ट में पेश करने पर बबलूसिंह और हरफूल गाडरी को पुलिस रिमांड पर सौंपा। वहीं पंकज शर्मा को न्यायिक अभिरक्षा में भिजवाया है। गोपाल गुर्जर समेत अन्य बदमाशों की तलाश की जा रही ।
इस टीम के अथक प्रयास से दबोचा आरोपितों को ।
प्रताप नगर थाना प्रभारी अरविंद सिंह, कोतवाल पुष्पा कसोटिया, कारोई थाना प्रभारी हंसपाल सिंह, बलवीर खान, राजेन्द्रपाल सिंह,राजुगिरी, विजय सिंह, सुनिल कुमार, धीरज, रामनिवास, रविन्द्र,बनवारी, उमराव, एएसआई चिराग खान कायमकानी थाना मांडल, सुरेश, असलम, नोरतमल, रवि कुमार, महावीर सिंह, मंगल सिंह आदि शामिल थे ।
सवाल यह: आम आदमी जानना चाहता है !
अब सवाल यह है की आम जनता यह सोचने को मजबूर है कि ऐसी घटनाओं पर पुलिस लगातार कार्यवाही भी करती है, तब भी भीलवाड़ा में ऐसी कई गैंग सक्रिय है और लगातार घटना को अंजाम दे रही हैं ,और इस बात का पता पुलिस को भी है । अब आम जनता का सवाल यह है कि आखिर ऐसी अपराधी गैंग किसके संरक्षण में फल-फूल रही हैं ।