बहुचर्चित चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी मामला : सेना का एक जवान अरुणाचल प्रदेश से गिरफ्तार, मोहाली लाया गया

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बहुचर्चित चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी मामला : सेना का एक जवान अरुणाचल प्रदेश से गिरफ्तार, मोहाली लाया गया

गौरव रक्षक/न्यूज नेटवर्क
चंडीगढ़ 24 सितंबर ।

पंजाब पुलिस अपना काम इमानदारी से कर रही है और जल्दी ही इस कृत्य में लिप्त लोग सलाखों के पीछे होंगे और उन्हें उचित दंड मिलेगा । पुलिस ने कारवाही को आगे बढ़ाते हुए आज चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी मामले में पंजाब पुलिस को बड़ी सफलता मिली है । पुलिस ने आरोपी सेना के जवान संजीव सिंह को गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस को CJM बोडाली ने आरोपी को मोहाली कोर्ट में पेश करने के लिए ट्रांजिट रिमांड दे दी है ।
जिसके बाद उसे मोहाली लाया गया है. बताया जा रहा है कि पुलिस आरोपी को कोर्ट में पेश कर रिमांड की मांग करेगी.


पंजाब पुलिस के डीजीपी ने ट्वीट करते हुए जानकारी दी कि  सेना, असम और अरुणाचल पुलिस के सहयोग से चंडीगढ़ विश्वविद्यालय मामले में एक महत्वपूर्ण सफलता मिली है. अरुणाचल प्रदेश के सेला पास से आरोपी सेना के जवान संजीव सिंह को गिरफ्तार किया गया है. मोहाली कोर्ट के समक्ष पेश करने के लिए सीजेएम बोमडिला से ट्रांजिट रिमांड प्राप्त किया ।
बता दें कि इस मामले में पुलिस आरोपी छात्रा समेत तीन आरोपियों को पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है. पुलिस को तीनों आरोपियों यानी MBA की छात्रा, उसका बॉयफ्रेंड सनी मेहता और उसके दोस्त से शुरुआती पूछताछ में कई तथ्य हाथ लगे हैं. जिसके आधार पर पुलिस आगे की जांच में जुटी है.
बता दें कि एक MBA छात्रा पर गर्ल्स हॉस्टल के बाथरूम से अन्य लड़कियों के वीडियो बनाने का आरोप है. इन वीडियो को वह अपने दो दोस्तों के साथ शेयर करती थी. पंजाब के मोहाली में चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी के गर्ल्स हॉस्टल में एक दिन जब MBA स्टूडेंट वीडियो बना रही थी, तो उसे 6 लड़कियों ने ऐसा करते देख लिया था. जिसके बाद यूनिवर्सिटी में जमकर हंगामा भी हुआ.
CBI जांच की भी मांग
ये मामला पंजाब-हरियाणा हाई कोर्ट भी पहुंच चुका है. हाई कोर्ट के एक वकील ने मामले को सीबीआई को सौंपने की मांग की है. इस याचिका पर हाई कोर्ट जल्द ही सुनवाई करेगा. हाईकोर्ट में दायर की गई याचिका में आरोप लगाया गया है कि यूनिवर्सिटी प्रशासन और पंजाब सरकार दोनों ही छात्राओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने में नाकामयाब रहे हैं, जिससे छात्राओं में काफी डर है. इस मामले की जांच सीबीआई को सौंपी जाए ताकि सच सामने आ सके ।
और ऐसा अपराध करने वालों को उचित दंड मिले ताकि कालेज, यूनिवर्सिटी में भय का माहौल व्याप्त ना हो और निसंकोच बच्चे कहीं बाहर पढ़ने जा सके ।

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