एक कलयुगी बहू ने प्रेमी संग मिलकर धारदार हथियार से अपने ससुर की हत्या कर दी , दोनो आरोपी गिरफ्तार
गौरव रक्षक/विनोद शर्मा
महेन्द्रगढ़ 17 अगस्त ।
प्रेम प्रसंग के चलते पुत्रवधु ने प्रेमी संग मिलकर की थी ससुर की हत्या, पुलिस ने 72 घंटे के भीतर हत्या की गुत्थी सुलझाते हुए आरोपितों को किया गिरफ्तार ।
पुलिस ने नारनौल क्षेत्र के एक गांव मित्रपुरा में मंगलवार 9 अगस्त की सुबह हुई वृद्ध की हत्या मामले की गुत्थी 72 घंटे में भीतर सुलझा कर आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया गया । वृद्ध की हत्या उसकी बड़ी पुत्रवधू प्रियंका ने अपने गंगानगर निवासी प्रेमी संदीप के साथ मिलकर हत्या की थी । पुलिस ने बताया कि आरोपिता प्रियंका की शादी 2011 में मृतक के बड़े पुत्र से हुई थी । दोनों के एक दस वर्ष का बेटा तथा आठ वर्ष की बेटी है ।
प्रियंका का ससुर, संदीप और उसके प्रेम में रोड़ा बनने लगा था ।
इसलिए दोनों ने प्लान बनाकर वृद्ध की हत्या कर दी । पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया, जहां से आरोपित संदीप को पुलिस रिमांड पर लिया गया था । रिमांड के दौरान पुलिस ने आरोपित संदीप से वारदात को अंजाम देने में प्रयोग किया गया हथियार(कैंची), बाईक और अन्य सामान जेवरात आदि बरामद कर लिया है ।
नारनौल के गांव मित्रपुरा में एक वृद्ध की हत्या मंगलवार की भोर में सोते समय धारदार हथियार से हत्या कर दी गई थी ।
जिसकी शिकायत मृतक के बेटे जगजीत सिंह ने थाना सदर नारनौल में दी, शिकायत में उसने बताया कि वह प्राइवेट कंपनी में जॉब करता है । शिकायतकर्ता ने बताया कि दिनांक 9 अगस्त को उसको पत्नी प्रियंका उर्फ प्रीति का सुबह के समय फोन आया कि किसी अज्ञात व्यक्ति ने रात को दरवाजा खटखटाया जो खिड़की से देखने पर कोई दिखाई नहीं दिया, दोबारा दरवाजा खटखटाने पर गेट खोल कर देखा तो अनजान व्यक्ति पापा के कमरे से आया और हथियार के बल पर डरा–धमका कर अलमारी से जेवरात ले लिए और कमरे में बंद कर कुंडी लगाकर भाग गया । शिकायतकर्ता ने बताया कि अज्ञात व्यक्ति ने उनके घर में चोरी की है और चोटें मारकर उसके पापा की हत्या कर दी है। शिकायत के आधार पर पुलिस ने संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी । पुलिस अधीक्षक ने मामले को गंभीरता से संज्ञान में लेते हुए घटनास्थल का दौरा कर जायजा लिया ।
आज पुलिस अधीक्षक विक्रांत भूषण ने प्रेस वार्ता कर मामले का खुलासा करते हुए बताया कि थाना सदर नारनौल और सीआईए नारनौल की टीम ने मामले में संयुक्त कार्रवाई करते हुए वारदात को अंजाम देने वालों को गिरफ्तार कर लिया है ।
ऐसे हुआ खुलासा
पुलिस ने मामले में कार्रवाई करते हुए शक के आधार पर घरवालों के फोन लेकर जांच शुरू की । इस दौरान प्रियंका उर्फ प्रीति के पास मौजूद फोन से पुलिस को कुछ सुराग मिले । पुलिस ने आरोपित संदीप वासी भगवानगढ़ थाना सूरतगढ़ जिला गंगानगर को 72 घंटे बाद ही 12 अगस्त को राजस्थान से गिरफ्तार कर लिया था । उसके बाद 12 अगस्त को ही पुत्रवधू प्रियंका उर्फ प्रीति को भी गिरफ्तार कर लिया था ।
प्रीति उर्फ प्रियंका कि संदीप से ऐसे हुई दोस्ती
पुलिस ने आरोपित से पूछताछ करते हुए पता लगाया कि आरोपित और प्रियंका की दोस्ती कुछ साल पहले हैगो मोबाइल एप से हुई थी । इसके बाद फोन पर उनकी बातचीत होने लगी । उसके बाद वह 2021 में मित्रपुरा गांव में आया था और उनका भागने का प्लान था, लेकिन कामयाब नहीं हो सके, जिस वजह से करीब 1 सप्ताह वह नारनौल में रुका था । इस दौरान प्रियंका के ससुर को उनके बारे में पता चला गया, जिस वजह से उनकी बातचीत बंद हो गई थी । कुछ समय बाद उनकी बातचीत फिर शुरू हो गई, जिसके बाद वह नारनौल आता रहता था । लेकिन प्रियंका के ससुर को इनका बातचीत करना पसंद नहीं था । जिस कारण दोनों ने ससुर को रास्ते से हटाने का प्लान बनाया ।