यह उत्तराखंड नहीं राजस्थान है ! इंद्र देव की कृपा से चहक उठी मरुधरा, देखें खूबसूरत नजारा
गौरव रक्षक/ राजेंद्र शर्मा
भीलवाड़ा 27 जुलाई ।
राजस्थान में इंद्रदेव की मेहरबानी से चारों तरफ पानी ही पानी हो गया नदिया कल कल कर बहने लगी और झरने मधुर मधुर संगीत निकाल रहे हैं । लोगों में अच्छी बरसात को देखकर बहुत ही उत्साह है और इस मौसम का आनंद उठा रहे हैं ।
राजस्थान में मानसून की लगातार बरस रही बारिश ने मौसम को खुशगवार कर दिया है. नदी नाले उफान पर आ गये हैं. बांधों पर चादर चलने लगी है. झरने बहने लगे हैं. लिहाजा मौसम का लुत्फ उठाने के लिये स्थानीय सैलानी परिवार समेत राजस्थान के पर्यटक स्थलों पर पहुंचने लगे हैं. कोटा संभाग के बूंदी जिले में भी इन दिनों बांध और झरने सैलानियों से आबाद हैं.
यहां के बांध और झरने राजस्थान में गोवा जैसा अहसास करा रहे हैं. देखें
बूंदी जिले में हो रही अच्छी बरसात के कारण बांधों और तालाबों में पानी की जोरदार आवक होने से लोग वहां पिकनिक मनाने के लिए पहुंचने लगे हैं. हाड़ौती के गोवा के नाम से प्रसिद्ध बरधा बांध पर सैलानियों की जबर्दस्त भीड़ उमड़ी.
बरधा बांध पर पिकनिक मनाने के लोग परिवार और दोस्तों के साथ सुबह-सुबह ही पहुंच गये. यहां सैंकड़ों लोगों ने दिनभर बांध के पानी में अठखेलियां कर भरपूर आनंद लिया. इससे संडे फन-डे में तब्दील हो गया.
बरधा बांध पर क्या पुरुष और क्या महिला सभी उमड़े. बच्चों से लेकर बुजुर्ग तक यहां मौसम का आनंद लेते हुये नजर आये. बरधा बांध में भरे 19 फीट पानी के चलते न केवल बूंदी बल्कि कोटा, बारां और झालावाड़ से भी लोग यहां पिकनिक मनाने पहुंचे.
पिकनिक मनाने आये सैलानियों का कहना था कि वे यहां गोठ (पार्टी) करने आये हैं. यहां का विहगंम दृश्य अपने आप में अनूठा है. यहां समय कब बीत जाता है पता ही नहीं चलता. यहां परिवार के साथ पिकनिक मनाने का अलग ही मजा है.
कोटा संभाग में केवल बूंदी ही नहीं बल्कि खुद कोटा और अन्य जिलों बारां तथा झालावाड़ जिले में नदियों और बांधों की भरमार है. मानसून में ये सभी स्थल पिकनिक स्पॉट में तब्दील हो जाते हैं. कोटा-बूंदी के बॉर्डर पर स्थित मेनाल का झरना भी पर्यटकों का खासा लुभाता है.
इस बार राजस्थान में मानसून का आगाज काफी बेहतर रहा है. इस बार राजस्थान में प्री-मानसून की बारिश भी अच्छी हुई थी. राजस्थान में वर्तमान में औसत से ज्यादा बारिश हो चुकी है. कोटा संभाग में बारिश का औसत ज्यादा रहता है. बूंदी में भारी बारिश से कई बार परेशानियां भी उठानी पड़ती है. लेकिन फिलहाल लोग नदियों और कलकल बहते झरनों का लुत्फ उठाने में जुटे हैं.
(भीलवाड़ा जिला कलेक्टर आशीष मोदी बरसात में शहर का जायजा लेते हुए बाइक पर)
भीलवाड़ा में भी बरसात का विहंगम दृश्य, भीलवाड़ा शहर में सड़के नहरों में तब्दील हो गई लोगों के घरों में पानी घुस गया बरसात का लोगों ने खूब लुफ्त उठाया ।