एक ही भूखण्ड को अलग अलग व्यक्तियो को बेचकर व उन पर बैंक से लोन लेकर फर्जी दस्तावेज तैयार करने वाले गिरोह का सरगना गिरफतार
गौरव/ रक्षक राजेंद्र
भीलवाड़ा 5 जुलाई:
आदर्श सिद्धू (आई.पी.एस) जिला पुलिस अधीक्षक भीलवाडा के आदेशानुसार व सुश्री ज्येष्ठा मैत्रेयी (आई.पी.एस.) अति0 पुलिस अधीक्षक (मुख्यालय) भीलवाड़ा के नेतृत्व व रामचन्द्र चौधरी (आर. पी.एस.) वृताधिकारी वृत सदर भीलवाड़ा के निर्देशन में भुमाफिया एवं भुखण्डों की फर्जी तरीक से खरीद फरोख्त पर रोकथाम हेतु एक विशेष पुलिस टीम थाना सुभाषनगर का गठन किया गया जिसमे नन्दलाल पु०नि० थानाधिकारी गोविन्द सिंह हैड कानि 285, ओमसिंह कानि 2031 में हनुमान सहाय कानि 1167 को शामिल किया गया।
गठित टीम द्वारा थाना के प्रकरण संख्या 38 / 2027 धारा 406, 420 भादस गहन तफतीश की जाकर साक्ष्य एकत्रित कर मुख्य आरोपी असलम मंसुरी पुत्र मोहम्मद हुसैन मंसुरी उम्र 58 साल निवासी सोलकी वाटिका मोहम्मदी कोलोनी थाना कोतवाली मीलवाड़ा के खिलाफ जुर्म धारा 406, 420, 467, 468, 471 भादस का अपराध प्रमाणित पाया जाने से मुल्जिम को गिरफतार किया गया ।
जनकारी के अनुसार
मुल्जिम असलम मसुरी ने अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर ज्योतिनगर भीलवाडा में स्थित आवासीय भूखण्डों को अपने परिचित के नाम रजिस्ट्री करवा कर पंजाब नेशनल बैंक से 22.50 लाख रुपये का लोन प्राप्त कर लिया तथा कुछ समय बाद उन्ही भूखण्डों को कानसिंह राठौड को
उच्चे दामों में बेच दिया। कान सिंह द्वारा उक्त भूखण्ड के मूल दस्तावेज मांगने पर दस्तावेज गिरवी रखे होने की कह कर कान सिंह से लाखो रूपये ऐठना व कान सिंह को उक्त भूखण्डो की फर्जी रजिस्ट्री दस्तावेज तैयार कर उन पर युआईटी सेकेटी के जाली हस्ताक्षर व सील मोहर कर प्रार्थी को थमा दिये तथा मुल रजिस्टी पर बैंक से लोन प्राप्त कर बैंक को जान बुझकर कोई किश्त अदा नहीं की गयी मुल्जिम व उसके साथियों द्वारा पूर्व में भी इस प्रकार मुखण्डों की खरीद फरोख्त के नाम पर धोखाधडी करने के कई प्रकरण दर्ज है। मुल्जिम असलम 138 एन आई एक्ट के विभिन्न मामलो मे फरार चल रहा था । प्रकरण में गहनता से अनुसंधान जारी है ।
गिरफ्तार अभियुक्तगण:
1. असलम मंसुरी पुत्र मोहम्मद हुसैन मंसुरी उम्र 58 साल निवासी सोलंकी बाटिका मोहम्मदी कोलोनी थाना कोतवाली भीलवाडा