“कलेक्टर की कारगुजारी, दुनिया देखे सारी”
भीलवाड़ा जिला कलेक्टर स्वंय को फायदा पहुंचाने में माहिर।
कलेक्टर की कार्यशैली पर उठे सवाल ! भीलवाड़ा में जिला कलेक्टर का कार्यभार जब से शिव प्रसाद एम नकाते ने संभाला है, प्रशासन नाम की कोई चीज नहीं रह गई है। हर तरफ सुस्ती का आलम है। लोगों को प्रशासन से किसी प्रकार की राहत नहीं मिल पा रही हैं । कोई सुनने वाला नहीं है। भीलवाड़ा नगर विकास न्यास के अध्यक्ष पद पर भी श्री नकाते विराजमान है। जबसे उन्होंने कार्यभार संभाला है, नगर विकास न्यास का भी सारा कार्य ठप पड़ा है । लोगों को चक्कर काटने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है। श्री नकाते का शहर की व्यवस्थाओं पर कुछ भी ध्यान नहीं । जिस उम्मीद के साथ भीलवाड़ा के कलेक्टर पद पर लगाया गया ,उन पर श्री नकाते खरे नहीं उतरे हैं। श्री नकाते केवल समय निकाल रहे हैं । अधिकारियों पर कोई पकड़ नहीं है । तथा स्वयं के पास जो रेवेन्यू प्रकरण मामले लंबित है, उनका निस्तारण समय पर नहीं कर रहे हैं। आम जनता को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है । भीलवाड़ा में नकाते फेल साबित हुए हैं। जो कार्य पूर्व जिला कलेक्टर महोदय ने किए हैं , उनके मुकाबले इनका कार्यकाल जीरो है । न्यायालय में भी समय पर नहीं बैठते हैं।
(कलेक्टर कार्यालय के बाहर , कलेक्टर का इंतज़ार करता ग्रामीण।)
इस कोरोना काल में लोगों को न्याय नहीं मिलना, जनसुनवाई समय पर नहीं होना ,बहुत ही गंभीर विषय है । क्योंकि आम आदमी पहले से ही पीड़ित है, ऐसे समय में जिला कलेक्टर का समस्याओं पर ध्यान नहीं देना, किसी भी रूप में न्याय उचित नहीं है। ऐसे जिला कलेक्टर को अविलंब बदला जाना चाहिए । क्योंकि भीलवाड़ा एक ऐसा जिला है, जो औद्योगिक नगरी है । ऐसे में सुस्त प्रशासन के चलते आम आदमी में सरकार की छवि खराब हो रही है। ऐसे में सरकार यदि ध्यान नहीं देती है, तो आने वाले समय में इसका खामियाजा इस सरकार को भुगतना होगा। हमारा क्या , हम तो केवल सरकार को ,आम जनता को आगाह कर सकते है। सुस्त प्रशासन के चलते बजरी माफिया सक्रिय है। बेखौफ बजरी का दोहन हो रहा है। इसको कोई रोकने वाला नहीं है। वर्तमान में पूरे जिले में सबको सरंक्षण मिला हुआ है । ऐसे में प्रशासन का सख्त होना बहुत जरूरी है, नहीं तो आने वाले दिनों में इसके गंभीर परिणाम होंगे। आज तेज गति से दौड़ते बजरी वाहनों से कितनी घटनाएं हो रही है। साथ ही कोरोना के मामले में भी बहुत ढिलाई बरती जा रही है। किसी प्रकार की कोई रोक-टोक नहीं है। प्रशासन का इसकी ओर ध्यान नहीं दे रहा है ,महज खानापूर्ति की जा रही है । आने वाले समय में संभवतया तीसरी लहर आने वाली है, जो कि बच्चों के लिए बहुत घातक साबित हो सकती है , ऐसा एक्सपर्टों का मानना है । ऐसे समय में क्या व्यवस्थाएं हैं? उन्हें कोई देखने वाला नहीं है । क्या यही है जिम्मेदारी जिला कलेक्टर की ? श्री नकाते को सोचना होगा । गली – मोहल्लों में सड़कों पर साइकिल पर घूम कर मीडिया में वाह-वाह तो लूट ली, लेकिन आम जनता को क्या मिला- ठेंगा ? साइकिल पर घूम कर खुद की सेहत बनाने में लगे रहे , जनता का स्वास्थ्य जाए भाड़ में । साइकिल पर घूमने से या फिर मीडिया में छाये रहने से जनता का भला नही होता है ! जनता का भला होता है ,जनता की समस्याओं को सुन कर,समय से समस्याओं का हल करने से होता है । श्री नकाते को अपनी पॉलिसी में बदलाव लाना होगा। तभी आम जनता को न्याय मिल सकेगा । सरकार की मंशा हर व्यक्ति को राहत मिले ,वह पूरी हो सकेगी। आगे जिला कलेक्टर से मुलाकात पर उन्होंने किसी भी बात को सुनने से इनकार कर दिया । क्योंकि हम जानना चाहते थे कि आपके ही विभाग से हमारे विश्वस्त सूत्रों से जानकारी लगी है, कि हाल ही में आपने प्रशासन के द्वारा अपना स्वंय का हथियार का लाइसेंस जारी करवा लिया है ,
(प्रतीकात्मक चित्र)
इसमें कितनी सच्चाई है ? लेकिन कोई भी बात करने सुनने से इनकार कर दिया, यह हालात है भीलवाड़ा के हाकिम के! इनसे जनता क्या उम्मीद करेगी !
भीलवाड़ा के जिला कलेक्टर श्री शिव प्रकाश नकाते आम जनता को सुविधा देने व सुरक्षा देने के बजाय स्वंय की सुरक्षा में लगे हुए हैं। जबकि कई लोगों ने लाइसेंस के लिए आवेदन कर रखा है, उनकी कोई सुनवाई नहीं हो रही है। ऐसे में जबकि आम आदमी को सुरक्षा की आवश्यकता है। उन्हें सुरक्षा देने के बजाय जिला कलेक्टर खुद के लाइसेंस जारी कर रहे हैं। जबकि उन्हें वैसे ही सरकार से सुरक्षा के लिये 24 घंटे गनमैन मिला हुआ है। श्री नकाते ने आनन-फानन में अपने अधिकारियों को दबाव में लेकर सारी कार्यवाही करके, अपने नाम से लाइसेंस बनवा लिया है। ऐसे में जब जिला कलेक्टर खुद इस कार्य में लगे हुए हैं, तो आम जनता की क्या स्थिति होगी ! यह इस बात से ही अंदाजा लगाया जा सकता है !
आगे भीलवाड़ा का क्या होगा ! जैसी सरकार की मर्जी ! सरकार जाने उसका काम जाने ! हमारा काम तो सोयी हुई सरकार औऱ जनता को जगाना है।
प्रधान संपादक – राजेंद्र शर्मा
गौरव रक्षक राष्ट्रीय समाचार पत्रिका पुलिस ब्यूरोक्रेट्स