भीलवाड़ा पुलिस अधीक्षक विकास शर्मा की कार्यकुशलता से मांडल में शांति व्यवस्था कायम ।
शुक्रवार को मांडल कस्बे में स्थित एक विवादित धार्मिक स्थल को लेकर सोशल मीडिया एवं फेसबुक पर पोस्ट के चलते दो समुदायों के मध्य तनाव उत्पन्न हो गया । परंतु प्रशासन एवं पुलिस की सूझबूझ एवं तुरंत निर्णय से शांति व्यवस्था कायम रही। जैसे ही कुछ उपद्रव की आशंका हुई तो पुलिस ने हल्का सा बल प्रयोग करके तुरंत काबू पाया ।
भीलवाड़ा पुलिस अधीक्षक विकास शर्मा ने बताया कि रात को किसी व्यक्ति ने स्थल को लेकर फेसबुक पर फर्जी आईडी से पोस्ट कर दी थी। इसके उपरांत प्रशासन ने कार्रवाई करते हुए संपूर्ण कस्बे की नाकेबंदी कर वाहनों के आने-जाने पर निगरानी रखी । जिससे शांति व्यवस्था कायम रह सके । इस मौके पर पुलिस के आला अधिकारी मौजूद रहे।
▪️इस विवादित जमीन का यह था पूरा मामला
मांडल स्थित विवादित कुर्क व रिसीवर संपत्ति के मामले को लेकर अनर्गल बातें लिखकर धार्मिक भावना भड़काकर सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने का सोशल मीडिया पर फर्जी मैसेज वायरल का प्रयास करने वाले पर पुलिस ने एफआईआर दर्ज की है। मण्डल थाना प्रभारी राजेन्द्र गोदारा को 28 जुलाई को सूचना मिली कि, सोशल मीडिया पर मैसेज वायरल हो रहा है, जो किसी सलीम नाम के व्यक्ति द्वारा लिखा गया है, ऐसा जानकारी में आया है। इस मैसेज की पुलिस ने जांच की तो प्रथम दृष्टि पाया गया कि मण्डल स्तिथ विवादित कुर्क व रिसीवर संपत्ति के विषय मे अनर्गल बातें लिखकर धार्मिक भावनाएं भड़का कर सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने के प्रयास के रूप में किया गया। पुलिस ने मैसेज लिखने वाले सलीम नाम व पते की जानकारी की तो नाम पता फर्जी पाया गया। पुलिस जांच में पाया गया कि किसी असामाजिक तत्व ने अशांति फैलाने व जन भावना भड़काने के उद्देश्य से फर्जी मैसेज तैयार कर वायरल किया गया है। पुलिस ने अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली, उक्त अज्ञात का पता लगाने का पुलिस प्रयास कर रही है। इसके लिए पुलिस साइबर एक्सपर्ट की राय ले रही है। थाना प्रभारी गोदारा ने बताया कि जिस विवादित स्थल के संबंध में हिंदू मुस्लिम संप्रदाय के युवकों द्वारा मैसेज वायरल किए जा रहे हैं वह स्थल 30×26 का एक भूखंड है जिसमें एक गुम्बदनुमा निर्माण है, जो मण्डल मुख्य बाजार में स्थित है। यह स्थान बरसों से ही विरान पड़ा था झाड़ियां उगी थी। 1977 में दोनों ही समुदायों द्वारा अपना हक जताया गया लेकिन किसी भी पक्ष ने इस स्थल के स्वामित्व कब्जा संबंधी सबूत पेश नहीं किए जाने से इस स्थान को विवादित मानकर न्यायालय ने कुर्क कर रिसीवर नियुक्त किया गया। उन्होंने बताया कि विवादित स्थल को लेकर कई मैसेज वायरल हो रहे हैं, जबकि इस स्थल पर मुस्लिम या हिंदू समाज द्वारा बंद नहीं करवाया गया है। दोनों ही पक्षों के स्वामित्व संबंधी विवाद के कारण व मौके पर मंदिर या दरगाह की स्थिति स्पष्ट नहीं होने से न्यायालय एसडीएम भीलवाड़ा ने 1970 में विवादित मानकर उक्त स्थान को कुर्क कर थानाधिकारी मंडल को रिसीवर नियुक्त किया गया था। यह स्थल थाना प्रभारी के कब्जे में है, मण्डल पुलिस ने इस स्थान को सुरक्षित कर निगरानी कर रही है। उन्होंने बताया कि इस विवादित स्थल पर सोशल मीडिया पर के मार्फत अनर्गल टिप्पणी कर तनाव पैदा करने वाले तत्वों पर भी पुलिस निगरानी रखे हुए हैं और ऐसे लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई अमल में लाई जा रही है । आज कुछ लोगों ने सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने की कोशिश की माहौल खराब करने का प्रयास किया पुलिस ने चाक-चौबंद रहते हुए हल्का सा बल प्रयोग करके ऐसे लोगों को खदेड़ दिया गया और शांति व्यवस्था कायम रखी । भीलवाड़ा पुलिस अधीक्षक के नेतृत्व में मांडल कस्बे में पुलिस निगरानी रखे हुए ।