भीलवाड़ा पुलिस ने जिले की सबसे बडी 77 लाख रूपये की ऑनलाइन ठगी करने वाले अंतर्राष्ट्रीय ऑनलाइन ठग गिरोह का खुलासा करते हुए 8 राज्यों में छापे मारकर 6 लोगों को गिरफ्तार किया है। यह शातिर ठग चाय, अण्डे के थैले और खेत पर काम करने वालों से 25-25 हजार रूपये में उनके बैंक खाते खरीद लेते थे। उसके बाद इन खातों के माध्यम ठगी का लेन-देन करते थे। भीलवाड़ा की प्रतापनगर पुलिस ने 8 राज्यों के 54 गांवों में दबिश देकर गिरफ्तार किये गये इन 6 कुख्यात ऑनलाईन ठगों से ऐसे खरीद गये 100 बैंक खातों की जानकारी प्राप्त की है। जिनमें इन्होने ठगी के 77 लाख रूपये ट्रांसफर किये थे।
भीलवाड़ा शहर के प्रतापनगर थानाधिकारी भजन लाल ने कहा कि 16 फरवरी को भीलवाड़ा के एक कपड़ा व्यापारी हरकचन्द लालानी जिनका बैंक ऑफ बडौदा में अकाउन्ट था। उससे ऑनलाइन फ्रॉड कर किसी ने 77 लाख रूपये निकाल लिये। भीलवाड़ा के एसपी विकास शर्मा ने इस ऑनलाइन ठगी को ट्रेस आउट करने के लिए 9 टीम गठित की। यह टीम पूरे भारत में अलग-अलग जगहों पर गयी। हम लोग इसके अनुसंधान में बिहार, झारखण्ड,दिल्ली,नालन्दा, उत्तराखंड और गया में गये। इसी आधार पर हम विभिन्न राज्यों से 6 मुल्जिम गिरफ्तार कर लाये। इन लोगों ने ऑनलाइन ठगी का एक रैकेट बना रखा है। जिसमें यह बैंक खाताधारक से 25 से 30 हजार रूपये में उसकी हैसियत के अनुसार उसका खाता खरीद लेते। जिसमें बैंक की पास बुक, एटीएम कार्ड और मॉबाईल सिम कार्ड शामिल होता है। गरीब लोगों से यह खाता खरीदकर ऑनलाइन ठगी के नेटवर्क के नीचे के लोग ऊपर वालों को यह उपलब्ध करवाते और जो बडी राशी बैंक अकाउन्ट से हैक करके इन खरीदे गये बैंक खातों में ट्रांसफर कर देते। इसके बाद वह एटीएम से इस राशी को निकाल लाते थे। यह जो बैंक अकाउन्ट हॉल्डर है वह कोई चाय की थडी लगाता है, कोई अण्डे बैचता है और खेती पर मजदूरी करता है। इन लोगों को यह तो पता होता है कि मैं अपना अकाउन्ट बैच रहा है और हैकिंग के काम आयेगा। इसके बावजूद पैसे के लालच में यह अपने खाते उन्हे बेच देते है। हमने अभी बैरबिघा बिहार से 2, मधेपुरा से 2, उत्तराखण्ड से 1 और दिल्ली से 1 कुल 6 मुल्जिमों राकेश झा उर्फ छोटू, कुन्दन, विजय प्रसाद, मुकेश उर्फ अमितराज, राजु कुमार उर्फ प्रद्धुमन और सोनू कुमार को गिरफ्तार किया है। इस ठगी का मुख्य हैकर सऊदी अरब में है। जिसके लिए रैड कॉर्नर नोटिस जारी करवाया जा चूका है। जैसे ही उसकी गिरफ्तारी होगी इस ऑनलाइन ठगी के ओर बडे नेटवर्क का खुलासा होगा।