सचिन पायलेट की प्रेसकोम्फ्रेन्श के क्या है मायने “सरकार बना तो लेते हैं लेकिन रिपीट नहीं होती”
सचिन पायलट ने राजस्थान के राजनीतिक हालातों को लेकर बड़ा बयान दिया है. पायलट ने कहा है कि हम लोगों ने जो मुद्दे उठाए रहे, उसे आप सब जानते हो. राजस्थान में जब से कांग्रेस की सरकार की बनी है तो उसके बाद हम उसे रिपीट नहीं कर पाए. यह नेताओं की कलेक्टिव रिस्पांसिबिलिटी होती है कि हम दोबारा चुनाव जीतें।आगे पायलट ने कहा कि पिछली बार 20 पर रह गए, उससे पहले 50 पर आ गए। हम चाहते हैं कि देश के जो चुनाव हों, उसमें जो पहले आशीर्वाद हमें मिला है, उससे ज्यादा मिले. राजस्थान में सरकार अपने काम से अपने परफॉर्मेंस से फिर से सत्ता में आए, इसी सिलसिले में हमने अपने सुझाव पार्टी आलाकमान को दिए थे।सचिन पायलट ने कहा कि यह हमारा अधिकार था। हमने ये मुद्दा आलाकमान के सामने रखा. जिस संदर्भ में जो हमें कहना था, एआईसीसी ने संज्ञान लिया, कमेटी बनी. कमेटी ने मीटिंग की. अब समय रहते निर्णय ले लेंगे ताकि लोगों की जो उम्मीदें हैं, वो पूरी हो जाए।सचिन पायलट ने कहा जब मैं पीसीसी अध्यक्ष था, 6:30 साल तक तो जिन कार्यकर्ताओं ने पार्टी के लिए खून पसीना बहाया, अपना सब कुछ न्यौछावर किया, पार्टी के लिए दिन-रात नहीं देखा, पार्टी के लिए लाठियां खाई, जेब से पैसा खर्च किया, उन लोगों को पद-पोस्ट न भी मिले तो भी मान-सम्मान तो मिलना ही चाहिए. हम चाहते हैं कि पार्टी कांग्रेस का परिवार व्यापक बने. उसमें नए लोग जुड़ें. जो मेहनत करता है, उसके अनुपात में उसे पॉलिटिकल रिवॉर्ड मिले, यही हमारी मांग है।