जोधपुर में देश के पहले श्वास बैंक का वर्चुअल लोकार्पण
Rajasthan मरीजों को ऑक्सीजन की सप्लाई सुचारू रूप से करने के लिए जोधपुर श्वास बैंक की स्थापना हुई है। 500 ऑक्सीजन कंस्ट्रेटर की क्षमता वाले यह श्वास बैंक पूरे देश मे अपनी तरह का पहला बैंक बना है।
जोधपुर में अपनी तरह के अनूठे ब्रीथ बैंक के कार्यालय का भव्य लोकार्पण समारोहपूर्वक संपन्न हुआ। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की उपस्थिति में यह समारोह वर्चुअल रूप में आयोजित किया गया। मरीजों को ऑक्सीजन की सप्लाई सुचारू रूप से करने के लिए जोधपुर श्वास बैंक की स्थापना हुई है। 500 ऑक्सीजन कंस्ट्रेटर की क्षमता वाले यह श्वास बैंक पूरे देश मे अपनी तरह का पहला बैंक बना है। कोरोना संकट के दौर में जोधपुर के भामाशाहों ने जिस तरीके से समर्पण और सेवाभाव दिखाया है, वह आने वाले वर्षों में कई पीढ़ियों के लिए एक अनुकरणीय उदाहरण के रूप में प्रस्तुत किया जाएगा। शास्त्री नगर ई सेक्टर स्थित श्वास बैंक के कार्यालय का वर्चुअल उद्धाटन समारोह पूर्वक संपन्न हुआ। कोरोना प्रोटोकॉल के चलते कम लोग ही भौतिक रूप से उपस्थित थे, लेकिन मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने जैसे ही एप के माध्यम से इसके लोकार्पण की घोषणा की, चंद तालियों की गूंज मानो गड़गड़ाहट बनकर हर कोने में गूंज गई। जोधपुर श्वास बैंक के नवनिर्मित कार्यालय का उद्घाटन मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा ऑनलाइन लोकार्पण घोषणा के बाद सेवाभावी एंबुलेंस ड्राइवर लखपत राज देवल ने भवन के कार्यालय का उद्धाटन किया।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने जोधपुर श्वास बैंक वेबसाइट के लोकार्पण की घोषणा करते हुए कहा कि जोधपुर के सेवाभावी समाजसेवकों द्वारा जो पहल की गई है, वह भारत के ही नहीं बल्कि दुनिया के और कोनों में भी लोगों को सेवाभाव से सेवा और दान देने के लिए प्रेरित कर रही है। उन्होंने सभी भामाशाहों की सराहना की तथा सलाह दी कि इस बैंक के साथ एक प्लाज़्मा बैंक भी बनाया जा सकता है। मुख्यमंत्री गहलोत ने जोधपुर ब्रेथ बैंक की वेबसाइट का भी लोकार्पण किया। उन्होंने कहा कि जोधपुर के इतिहास में यह ब्रीथ बैंक सुनहरे पन्नों पर लिखा जाएगा। इस अवसर पर मानवाधिकार आयोग के अध्यक्ष जस्टिस गोपाल कृष्ण जी व्यास ने अपने उद्बोधन में श्वास बैंक की इस संकल्पना को अद्भुत बताया तथा जोधपुर शहर के लिए वरदान बताया। जोधपुर के पूर्व नरेश गज सिंह ने भामाशाहों की इस पहल की मुक्तकंठ से प्रशंसा की तथा सबको बधाई दी। न्यायमूर्ति विनीत कोठारी व न्यायमूर्ति संदीप मेहता ने इसे देशभर के लिए एक अनुकरणीय पहल बताया तथा जोधपुर में सघन वृक्षारोपण के लिए सबको प्रेरित किया।