परिवार पहचान पत्र के संबंध में एडीसी ने ली समीक्षा बैठक-
सरकार की योजनाओंं व सेवाओंं के लिए अब परिवार पहचान पत्र जरूरी
अटल सेवा केंद्रों पर जाकर करवाएं अपडेट
नारनौल, 4 नवंबर। नए वर्ष से सरकार की किसी भी योजना व सेवा का लाभ लेने के लिए लाभार्थी को परिवार पहचान पत्र की संख्या बतानी होगी। इन आठ अंकों के नंबर के बाद ही वे किसी भी सेवा व योजना के लिए आवेदन कर पाएंगे। ऐसे में अधिकारी यह सुनिश्चित करें कि वे इस कार्य को प्राथमिकता देंं ताकि जिले का कोई परिवार इन योजनाओं से वंचित न रहे। ये निर्देश अतिरिक्त उपायुक्त अभिषेक मीणा ने आज डीआरडीए में विभिन्न विभागों के अधिकारियों, नगर पालिका व नगरपरिषद के पार्षद व जिला पार्षदों को दिए।
उन्होंने जन प्रतिनिधियों से आह्ïवान किया कि वे अपने-अपने क्षेत्र में लोगों को परिवार पहचान पत्र को अपडेट करवाने को कहें। उन्होंने कहा कि सरकार ने पिछले वर्ष से ही इस अभियान की शुरूआत कर दी थी। अब इसमें कुछ अन्य जानकारियां मांगी गई हैं। ये सभी जानकारी भरनी आवश्यक हैं।
एडीसी ने कहा कि यह प्रदेश के मुख्यमंत्री का इस काम पर विशेष फोकस हैं। सरकार की मंशा है कि परिवारों की सही स्थिति का पता लगाया जाए ताकि उनकी जरूरत के अनुसार उन्हें सुविधाएं मुहैया करवाई जा सकें। प्रदेश के हर परिवार को सक्षम बनाने की दिशा में यह बहुत ही महत्वपूर्ण काम है। हरियाणा के सभी परिवारों की मौलिक जानकारी एकत्रित की जा रही है। उन्होंने स्पष्टï किया कि यह जानकारी पूरी तरह से गोपनीय व सुरक्षित रहेगी। इससे सिस्टम में और अधिक पारदर्शिता आएगी तथा डुप्लीकेशी की संभावनाएं खत्म होंगी। कोई भी नागरिक अटल सेवा केंद्रोंं पर जाकर परिवार पहचान-पत्र को अपडेट करवा सकता है। उन्होंंने अधिकारियों से कहा कि इस काम में पटवारियों, नंबरदारों के अलावा सरपंच व पंचों तथा पार्षदों से सहयोग लें ताकि इस कार्य में और तेजी लाई जा सके।
श्री मीणा ने कहा कि इसका सबसे बड़ा फायदा यह होगा कि आने वाले समय में युवाओं को बार-बार प्रमाण-पत्र तथा अन्य दस्तावेज दिखाने से छुटकारा मिलेगा। परिवार पहचान पत्र के साथ अब तक वृद्धावस्था भत्ता, विधवा तथा निराश्रित महिला पेंंशन और दिव्यांग पेंंशन योजनाओं को जोड़ा जा चुका है। आने वाले समय में यह आधार की तरह हर प्रकार की सेवाओं के लिए जरूरी हो जाएगा। इस बैठक मेंं एसडीएम महेंद्रगढ़ विश्राम कुमार मीणा, एसडीएम कनीना रणबीर ङ्क्षसह, सीईओ जिला परिषद तरुण कुमार, डीपीओ नरेश कुहाड़ के अलावा अन्य अधिकारी मौजूद थे।