कोरोना बीमारी को लेकर बाल कल्याण समिति ने चलाया जन जागृति अभियान।

0
20

रिपोर्ट-विनोद शर्मा

नारनौल, 6 सितम्बर। जिला बाल कल्याण समिति ने आज रेवाड़ी रोड़ पर झुग्गी-झोपड़ियों में जन जागृति अभियान चलाया।

इस मौके पर जिला बाल कल्याण समिति के सदस्यों ने रेवाड़ी रोड़ पर झुग्गी-झोपड़ियों में रह रहे बच्चों एवं उनके अभिभावकों से सम्पर्क कर उन्हे कोराना महामारी से बचने के उपाय बताए।

समिति के चेयरपर्सन श्याम शुक्ला ने बच्चों के अभिभावकों को बताया कि वे एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति के बीच में छ: फीट की दूरी बनाए रखें। उन्होंने कहा कि दस वर्ष से कम उम्र एवं 60 वर्ष से अधिक उम्र के वृद्घों को घर से बाहर नहीं निकलना चाहिए क्योंकि बच्चों एवं वृद्घों को कोराना बीमारी के सक्रंमण की ज्यादा सम्भावना रहती है।

समिति की सदस्या ममता शर्मा ने बच्चों को बताया कि  कोराना महामारी का कोई ईलाज नहीं है, इसमें कुछ सावधानियां रखकर ही इस महामारी के सक्रंमण से बचा जा सकता है। यह एक संक्रामक रोग है जो बहुत ही तेजी से एक-दूसरे में फैलता हैै। उन्होने कहा कि बहुत जरूरी काम के लिए ही घर से निकले और घर से निकलते समय चेहरे पर मास्क अवश्य लगाएं।

 समिति के सदस्य राजेश राज गोयल ने बताया कि जिला उपायुक्त आर के सिंह के निर्देशन में जिला बाल कल्याण समिति द्वारा जन जागृति अभियान चलाया जा रहा हैै। उन्होंने कहा कि विश्व स्वास्थय संगठन की गाईडलाईन के अनुसार बाहर से आने के बाद अपने हाथों को साबुन से करीब 20-30 सैकेण्ड तक अवश्य धोएं। अपने हाथों को अपने चेहरे से दूर रखें । उन्होंने बच्चों एवं उनके अभिभावकों को आगाह किया कि संक्रमण के लक्षण दिखाई दें तो खुद को दूसरों से अलग कर लें और नजदीकी अस्पताल को सुचित करें।  उन्होंने कहा कि बच्चों को किसी भी प्रकार की परेशानी है तो वो अपने फोन से चाईल्ड हैल्प लाईन 1098 पर सम्पर्क कर अपनी समस्या बताएं, ताकि उनकी समस्या का निराकरण किया जा सके।

 राजेश राज गोयल ने बच्चों एवं उनके अभिभावकों से कहा कि जरूरतमन्द बच्चों को किसी भी प्रकार की पाठ्य सामग्री, कपड़े, भोजन आदि की आवश्यकता हो तो वह बाल कल्याण समिति को बताए, ताकि उनकी सहायता की जा सके। उन्होंने कहा कि इस महामारी से बचने के लिए बच्चे घर पर रहकर ही पढ़ाई एवं अन्य कार्य करें ।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here