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प्रदीप उर्फ अन्ना ने बनाई नई गैंग, 8 से 10 लडक़े किये शामिल
नारनौल, रिपोर्ट-आकाश यादव
बीते पखवाड़े में शहर में व्यापारियों के घर पे गोली चलाकर पर्ची से रंगदारी मांगने की दोनो घटनाओं में शामिल 3 आरोपियो को सीआईए पुलिस ने वीरवार रात्रि गिरफ्तार किया है।
जिनको शुक्रवार को न्यायालय में पेश किया गया। जहां से एक आरोपी को 3 दिन के पुलिस रिमांड पर लिया है बाकी दो आरोपियों को नसीबपुर जेल भेज दिया है । हालांकि गैंग का सरगना अभी फरार है।
गौरतलब है कि 27 व 28 अगस्त को मोहल्ला नई सराय में रविशंकर गुप्ता व हुड्डा कालोनी में रह रहे भाजपा नेता दया राम के पुत्र अमित पर गोली चलाकर 50 लाख की फिरौती मांगने की घटना से शहर में भय का माहौल बना हुआ था।
जमानत पर आए अपराधियो से पूछताछ में पुलिस को कुछ अहम सुराग मिले।
जिसमे प्रदीप उर्फ अन्ना की गैंग का हाथ होने का सुराग मिला। काफी भागदौड़ के बाद पुलिस को अन्ना गैंग के सोबमीर पुत्र राजेन्द्र वासी उमरा जिला हिसार , रोहित पुत्र भूपेंद्र वासी उत्तम नगर हांसी व राकेश पुत्र रामनिवाश वासी धानोता, नारनौल को बीती रात्रि गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस प्रवक्ता नरेश कुमार ने बताया कि उक्त आरोपियों ने पूछताछ में जानकारी दी कि इस गैंग का लीडर प्रदीप उर्फ़ अन्ना है
जो गुरुग्राम के झाड़सा गांव का निवासी है। वो 23 जून से नसीबपुर में किराए का मकान लेकर रह रहा था और शहर में रेकी भी कर रहा था।
उसने प्लान बनाया कि लोगो मे इतनी दहशत फैले की फिरौती मांगते ही लोग रुपये दे दें। इस काम के लिए आरोपी ने बाहर के लडक़ों को ही शामिल किया ताकि पुलिस की नजर उन पर ना पड़े।
उसने 8 से 10 लडक़ो को गैंग में शामिल कर लिया। प्रदीप उर्फ अन्ना ने 5-6 लोगो की लिस्ट बनाई थी जिनसे रंगदारी मांगनी थी।
आरोपी राकेश लॉक डाउन से पहले कोचिंग ले रहा था, लॉक डाउन के बाद प्रदीप उर्फ अन्ना से उसकी मुलाकात नसीबपुर के होटल में हुई थी।
दूसरा आरोपी रोहित बीए प्रथम वर्ष में पढ़ता हैं, इसके खिलाफ हांसी थाना शहर में पहले से एक आपराधिक मामला दर्ज है। यह भी प्रदीप उर्फ अन्ना के संपर्क में 2 महीने पहले ही आया था।
तीसरा आरोपी सोमबीर जो तोशाम में मिस्त्री का काम करता हैं, इसी ने रोहित की मुलाकात प्रदीप उर्फ अन्ना से कराई थी