
ग्रेटर नोएडा में जिलाधिकारी सुहास एलवाई ने सोमवार को कलेक्ट्रेट में बच्चों के साथ धरने पर बैठे एक फरियादी की फरियाद जमीन पर बैठकर सुनी। परिवार को न्याय दिलाने का भरोसा दिलाया है। पीड़ित ने एक महिला पर प्लॉट कब्जा करने का आरोप लगाया है। आरोप है कि शिकायत के बाद भी पुलिस और प्रशासन ने उसकी मदद नहीं की। डीएम के जमीन पर बैठकर फरियाद सुनने का वीडियो और फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है।
पीड़ित प्रताप सूरजपुर के मुबारकपुर गांव का निवासी है। उसके तीन छोटे-छोटे बच्चे हैं। पत्नी सोनम का देहांत हो चुका है। परिवार में बच्चों के अलावा बुजुर्ग पिता हैं। प्रताप का आरोप है गांव में उसका एक 50 गज का प्लॉट है। जो पत्नी के नाम पर है। प्लॉट की रजिस्ट्री उसके पास है, लेकिन एक महिला प्लॉट को अपना बता रही है। दो दिन पहले महिला ने कुछ लोगों के साथ मिलकर प्लॉट पर कब्जा कर लिया।
आरोप है कि प्रताप, उसके पिता और बच्चों के साथ मारपीट भी की गई। जब मारपीट की शिकायत पुलिस से की, लेकिन पुलिस ने प्रशासन के पास भेज दिया। प्रशासन ने पुलिस का मामला बता दिया। परेशान होकर पीड़ित प्रताप सोमवार को अपने तीन छोटे-छोटे बच्चों और बुजुर्ग पिता के साथ कलेक्ट्रेट पहुंचा। वहां कोई सुनवाई नहीं होने पर वह परिवार के साथ डीएम कार्यालय के बाहर धरने पर बैठ गया और रो-रोकर अपनी पीड़ा बताने लगा। यह देखकर मौके पर लोगों की भीड़ लग गई।

तभी डीएम सुहास एलवाई को जानकारी मिली तो वो अफसरों के साथ मौके पर पहुंचे। डीएम जमीन पर बैठ गए और पीड़ित परिवार से उसकी समस्या सुनी। डीएम ने पीड़ित को न्याय दिलाने का आश्वासन दिया और संबंधित एसडीएम और पुलिस को तत्काल कार्रवाई करने के निर्देश दिए।
शाम को सूरजपुर पुलिस ने ली तहरीर
डीएम के निर्देश के बाद पीड़ित ने शाम को एसडीएम सदर और सूरजपुर कोतवाली पुलिस को तहरीर दी है। तहरीर मिलने के बाद पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। वहीं प्रशासनिक स्तर पर भी जांच हो रही है। पीड़ित का कहना है कि उसके बच्चों ने खाना भी नहीं खाया है। आरोपी परेशान कर रहे हैं। अगर पुलिस पहले दिन ही कार्रवाई कर देती तो इतनी परेशानी नहीं होती।
सोशल मीडिया पर हो रही डीएम की तारीफ
जमीन पर बैठकर फरियाद सुन रहे जिलाधिकारी डीएम की तस्वीर और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गई। ट्विटर, फेसबुक, व्हाट्सऐप पर लोग इसे शेयर कर रहे हैं। लोगों का कहना है कि हर अधिकारी को इसी तरह लोगों की समस्याएं सुनकर समाधान कराने का प्रयास करना चाहिए।