रिपोर्ट;-विनोद कुमावत✍️
पूछता है निंबाहेड़ा….
क्यों छिपाई जा रही है प्रथम संक्रमित की ट्रेवल हिस्ट्री..
निंबाहेडा की आम जनता के मन में ये सवाल पिछले दस दिनों से हिलोरे मार रहा है… लेकिन पता नहीं क्यों प्रशासन ने प्रथम संक्रमित की ट्रैवल हिस्ट्री के बारे में अब तक कोई खुलासा नहीं किया है।
इधर भाजपा जिला अध्यक्ष गौतम दक ने कहा कि पार्टी इस कोरोना संक्रमण काल में कोई राजनीति नहीं करना चाहती लेकिन निंबाहेड़ा की 75 हजार की आबादी सेहत और सुरक्षा के प्रति सरकार को सचेत करने के अपने दायित्व को नहीं भूल सकते।
उन्होंने कहा कि निंबाहेड़ा में 100 पॉजिटिव केस आने के बाद भी यह पता नहीं चल पाया कि ये संक्रमण निंबाहेड़ा में पहुंचा कैसे, जबकि पूरे शहर में दबी जुबान ये चर्चा है की प्रथम संक्रमित लॉक डाउन के दौरान अपने राजनीतिक प्रभुत्व का इस्तेमाल कर के सोना लेने इंदौर गया था।
भाजपा जिला अध्यक्ष ने यह भी कहा कि प्रशासन यह स्पष्ट करें की किसके दबाव में ट्रैवल हिस्ट्री का खुलासा नहीं किया जा रहा है।
जबकि तथ्य यह भी है कि 75000 की आबादी पर केवल 5 मेडिकल टीम का ही गठन किया जाकर, कोरोना हॉटस्पॉट बने इस नगर में पिछले दस दिनों में केवल 1303 लोगों के ही सैंपल लिए गए है, जो कि कोरोना के संक्रमण की चैन तोड़ने के लिए नाकाफी है। साथ ही सैंपल लेने के बाद संक्रमित लोगों को रिपोर्ट आने तक पुनः अपने घरों में भेज दिया गया जिस से को पूरे घर एवम् मोहल्ले के लोगों के लिए खतरा बना रहा, क्यों की उन्हीं में से अब तक 100 पॉजिटिव सामने आ चुके है।
इधर प्रशासन का कहना है कि सबसे पहले संक्रमित युवक के सामने आने से पहले परिवार एवम् मित्रों के संपर्क में रह जाने से मामला ज्यादा फैल गया। हालांकि अब प्रशासन ने अपनी सभी आवश्यक तैयारियां पुरजोर तरीके से कर ली है , मेडिकल टीमों की मजबूती के लिए अतिरिक्त अधिकारी नियुक्त किए जाने के क्रम में डॉ देवेन्द्र शर्मा संयुक्त निदेशक (आरपीजी/सीएमआईएस) मुख्यालय को जिले का प्रभारी बनाया गया है। सीएमएचओ डॉ इंद्रजीत सिंह इनके निर्देशन में कार्य करेंगे। साथ ही सेंपलिंग बढ़ाने के लिए तीन टीमों का गठन और किया गया है।