दिल्ली में लॉकडाउन के बाद से ही प्रवासी मजदूरों का पलायन जारी है। कोरोना वायरस के मद्देनजर जब लोगों को एक दूसरे से हर वक्त उचित दूरी बना कर रखने की अपील की जा रही है, वहीं एक साथ हजारों की संख्या में मजदूरों के इकट्ठा होने से संक्रमण का खतरा भी बढ़ रहा है, साथ ही नियमों का उल्लंघन भी हो रहा है।
पलायन के कारण बिगड़े हालात को काबू में करने के लिए दिल्ली पुलिस आयुक्त एसएन श्रिवास्तव ने रविवार सुबह सख्त आदेश जारी किए हैं। उन्होंने आदेश दिया कि दिल्ली से उत्तर प्रदेश जाने वाले प्रवासियों की बड़ी आबादी की आवाजाही को पूरी तरह से रोका जाए। इसके लिए अतिरिक्त बल की जरूरत हो तो उनका भी प्रयोग किया जाए।
उन्होंने आदेश दिया कि रेलवे ट्रैक और मेट्रो स्टेशन के आस-पास किसी तरह की आवाजाही नहीं होनी चाहिए। मालूम हो कि प्रवासियों की बड़ी आबादी रेलवे ट्रैक के माध्यम से पैदल की अपने गांवों को निकल रही है। उनकी आवाजाही को भी पूरी तरह से बंद करने के आदेश दिए गए हैं।
पुलिस आयुक्त ने आदेश में स्पष्ट लिखा है कि सभी एसएचओ, एजीपी और डीजीपी आज इलाकों में गश्त करेंगे। इस दौरान उनके साथ पैट्रोलिंग गाड़ियां भी होंगी, जिनसे लगातार इस बात की घोषणा करवाई जाएगी कि दिल्ली में काम करने वाले सभी मजदूरों को सरकार उनका पूरा वेतन देगी। उन्हें कहीं जाने की जरूरत नहीं है। आदेश में पुलिस अधिकारियों से पलायन करने वाले मजदूरों को कोरोना वायरस के संक्रमण के बारे में जागरूक कराने को भी कहा गया है।
इसके साथ ही पुलिस आयुक्त एसएन श्रिवास्तव के आदेश में साफ-साफ लिखा गया है कि कोई भी डीटीसी बस दिल्ली की सीमा से बाहर नहीं जाएगी। बसों की आवाजाही पर भी तुरंत रोक लगाई जाए। डीटीसी बस स्टॉप पर बसों को रोकने के आदेश दिए गए हैं।
किसी भी निजी बस, टेंपो या टैंकर को छिपे रूप से दिल्ली से बाहर जाते हुए पकड़ा गया तो पुलिस उसे कब्जे में ले लेगी। उन्होंने आदेश दिया है कि कोई भी सवारी दिल्ली से बाहर नहीं जाएगी, साथ ही दिल्ली की कोई भी सरकारी बस यूपी की सीमा में भी प्रवेश नहीं करेगी।
वहीं पुलिस आयुक्त ने लोगों से भी अपील की है कि वो अफवाहों पर ध्यान न दें। अनावश्यक आवाजाही न करें। उन्होंने आश्वासन दिलाया है कि सरकार मजदूरों की तरफ भी ध्यान दे रही है।