यह क्या हो रहा है : JNU में अब वामपंथियों के खिलाफ नारे :हिंदू रक्षा दल ने लिखा- कम्युनिस्टों भारत देश छोड़ो

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यह क्या हो रहा है : JNU में अब वामपंथियों के खिलाफ नारे :हिंदू रक्षा दल ने लिखा- कम्युनिस्टों भारत देश छोड़ो
गौरव रक्षक/न्यूज नेटवर्क
दिल्ली 3 दिसंबर ।

ऐसी गतिविधि फैलाने वालों को तुरंत अंकुश लगाना चाहिए । कहीं यह लोगों में जहर तो नहीं घोल रहे ।

दिल्ली की जवाहरलाल नेहरू नेशनल यूनिवर्सिटी (JNU) के मेन गेट पर हिंदू रक्षा दल ने ‘कम्युनिस्टों भारत छोड़ो’ के नारे लिखे हैं। उन्होंने कम्युनिस्टों की तुलना आतंकी संगठन ISIS से भी की है।
दल के एक नेता ने कहा कि वे लोग हमारे खिलाफ नारे लिखकर छिप गए थे, लेकिन हम डटकर खड़े हैं। जिसमें हिम्मत हो, हमसे आकर बात करें।
30 सितंबर को यूनिवर्सिटी की दीवारों पर लाल रंग से नारे लिखे गए थे- ब्राह्मणों कैंपस छोड़ो; ब्राह्मणों-बनियों हम तुम्हारे लिए आ रहे हैं, तुम्हें बख्शा नहीं जाएगा; शाखा लौट जाओ। धमकियों भरे ये नारे किसने लिखे थे अब तक पता नहीं चल सका है।

JNU की उस महिला प्रोफेसर के केबिन के दरवाजे पर भी ‘शाखा लौट जाओ’ का नारा लिखा गया था, जिसे नवंबर 2019 में वामपंथियों ने 3 दिन के लिए हिरासत में रखा था। ये नारे 30 नवंबर की रात को लिखे गए।
अब हम उनसे भारत छुड़वाएंगे
कम्युनिस्टों के खिलाफ नारे लिखने के बाद हिंदू रक्षा दल ने कहा कि हम केवल सनातनी हिंदू हैं। उन लोगों ने हमें कहा कि भारत छोड़ो… अब हम इनसे भारत छुड़वाएंगे। जब उनसे पूछा गया कि क्या उनके जैसे रास्ते अपनाना सही है? इस पर पिंकी ने कहा कि वे नारे लिखने के बाद छिप गए हैं और हम लोग लिखने के बाद सामने खड़े हैं। अड़कर खड़े हैं, डटकर खड़े हैं। जिसकी हिम्मत है, वो हमारे पास आएं और बात करें। हम पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि नारे किसने लिखे थे।


सम्मान देने का गलत फायदा उठाया
हिंदू रक्षा दल के कार्यकर्ताओं का कहना है कि हम सभी का सम्मान करते हैं, लेकिन उसका गलत फायदा उठाना सही नहीं है। यही वजह है कि उन्होंने दीवार पर ऐसी धमकियां लिखी हैं।

गतिविधियां देशविरोधी है: हिंदू रक्षा दल
जब हिंदू रक्षा दल से पूछा गया कि ये नारे किसने लिखे हैं? इसके जवाब में उन्होंने बताया कि नारे लेफ्ट के इशारे पर लिखे गए हैं। इनके हाथी जैसे दांत हैं, खाने के कुछ और दिखाने के कुछ और। ये गतिविधियां देशविरोधी हैं, भारत विरोधी गतिविधियां करने वाले लोग भारत छोड़ें।

देशहित में सबसे बड़ा ऋण ब्राह्मणों का है।

आज केवल लोगों को जातियों में बांटने का काम किया जा रहा है। ऐसी विवादित बातें लिखने वाले ये सोच लें कि हर हिंदू ज्ञानी है और हर हिंदू ब्राह्मण है।
Jnu प्रशासन जांच कर रही है कि यह नारे किसने लिखे ताकि उसके खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की ।

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