मास्टर जी ने बच्चों को पीट-पीटकर जहरीली छिपकली वाला खाना खिलाया :​​​​​​​​​​​​​​200 छात्र बीमार, कहा- बैंगन है, चुपचाप खाओ

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मास्टर जी ने बच्चों को पीट-पीटकर जहरीली छिपकली वाला खाना खिलाया :​​​​​​​​​​​​​​200 छात्र बीमार, कहा- बैंगन है, चुपचाप खाओ

गौरव रक्षक/ न्यूज नेटवर्क

भागलपुर 11 नवंबर ।

देखिए यह दर्दनाक मास्टर जी का करतूत इन का बिल्कुल भी दिल नहीं पसीजा, नाही जहमत उठाई एक बार सब्जी देखने की ।

बिहार में भागलपुर के एक स्कूल में मिड-डे मील खाने के बाद 200 बच्चे बीमार हो गए। बच्चों ने खाने में छिपकली होने की शिकायत की तो टीचर ने पहले उन्हें डांटकर कहा- छिपकली नहीं बैंगन है। जब बच्चों ने खाने से मना किया तो टीचर ने पीट-पीटकर उन्हें खाना खिलाया।

पहला निवाला खाते ही बच्चों को दिखी छिपकली

मामला नवगछिया प्रखंड में मदत्तपुर गांव के मध्य विद्यालय का है।

बताया गया कि गुरुवार को मिड-डे-मील परोसा गया। आयुष नाम के एक छात्र की थाली से छिपकली मिली। वह जोर से चिल्लाया तो सभी बच्चे खाना छोड़ खड़े हो गए। इसकी जानकारी टीचर चितरंजन को मिली तो वह पहुंचे और थाली देखकर कहने लगे कि छिपकली नहीं बैंगन है। टीचर ने थाली से छिपकली निकाल दी और बोले- चुपचाप खाना है तो खाओ नहीं तो घर जाकर खाओ।

खाना खाते ही उल्टियां होने लगीं

इसके बाद भी जब बच्चे नहीं खा रहे थे तो उन्होंने पीट-पीटकर खाना खिलाया। इसके बाद सभी को उल्टियां होने लगीं। करीब 200 बच्चे बीमार हो गए। घटना की जानकारी मिलने के बाद धीरे-धीरे परिजन स्कूल पहुंचने लगे। सभी बच्चों को नवगछिया अनुमंडल अस्पताल में भर्ती कराया गया। फिलहाल सभी बच्चे खतरे से बाहर हैं । विवाद बढ़ा तो खाना फेंका

जैसी ही बच्चों को उल्टियां होनीं शुरू हुईं तो स्कूल में मौजूद स्टाफ के हाथ-पैर फूल गए। बच्चों को इलाज के लिए ले जाने की जगह स्टाफ ने आनन-फानन में खाना फेंक दिया। खाना स्कूल के पास ही फेंका गया। ग्रामीण संजय कुमार के साथ BDO गोपाल कृष्ण जांच के लिए पहुंचे। उन्होंने खाना फेंके जाने वाली जगह का मुआयना किया तो वहां मरी हुई छिपकली भी मिली।

विवाद बढ़ा तो खाना फेंका

जैसी ही बच्चों को उल्टियां होनीं शुरू हुईं तो स्कूल में मौजूद स्टाफ के हाथ-पैर फूल गए। बच्चों को इलाज के लिए ले जाने की जगह स्टाफ ने आनन-फानन में खाना फेंक दिया। खाना स्कूल के पास ही फेंका गया। ग्रामीण संजय कुमार के साथ BDO गोपाल कृष्ण जांच के लिए पहुंचे। उन्होंने खाना फेंके जाने वाली जगह का मुआयना किया तो वहां मरी हुई छिपकली भी मिली।

मिड डे मील में चावल, दाल, आलू-बैंगन की सब्जी थी। सब्जी में छिपकली मिली थी।

प्रिंसिपल ने भी कहा- छिपकली नहीं, बैंगन का डंठल था

स्कूल के प्रिंसिपल ने कहा कि खाने में छिपकली नहीं थी। मेन्यू में चावल, दाल, आलू-बैंगन की सब्जी थी। खाने में बैंगन का डंठल मिला था, छिपकली नहीं थी। घटना की सूचना पर नवगछिया अनुमंडलीय अस्पताल में SDO, SDPO, BDO समेत कई अधिकारी पहुंचे। प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी विजय कुमार झा ने बताया कि बच्चों के बीमार होने की जानकारी मिली है। किस कारण से बच्चे बीमार पड़े, इसकी जांच होगी। इसके बाद जो जवाबदेह होगा, उस पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

प्रिंसिपल सस्पेंड, रसोइया बर्खास्त, शिक्षकों का तबादला

इस घटना के बाद ग्रामीणों ने स्कूल के बाहर प्रदर्शन शुरू कर दिया। कुछ ग्रामीण कार्रवाई की मांग को लेकर धरने पर बैठ गए। इधर, ग्रामीणों की मांग पर नवगछिया BEO विजय कुमार झा ने रसोइए को बर्खास्त और प्रिंसिपल को सस्पेंड कर दिया है। स्कूल के सभी शिक्षकों का तबादला दूसरे स्कूल में किया जा रहा है । ग्रामीणों का कहना है कि तबादले से कुछ नहीं होगा यह कहीं और स्कूल में जाकर यही कृत्य करेंगे इनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई होना चाहिए ताकि इस कृत्य के लिए इन्हें उचित दंड मिले ।

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