भीलवाड़ा जिला कलेक्टर बने दुखियों के हमदर्द जन्मजात विकृतियों वाले 7 बच्चों को जिला कलक्टर ने किया सर्जरी के लिए रवाना

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भीलवाड़ा जिला कलेक्टर बने दुखियों के हमदर्द जन्मजात विकृतियों वाले 7 बच्चों को जिला कलक्टर ने किया सर्जरी के लिए रवाना

गौरव रक्षक/ राजेंद्र शर्मा

⚫5 बच्चों का जिला अस्पताल में होगा स्पीच थेरेपी से इलाज

⚫राज्य सरकार की योजना से बच्चों को मिलेगा जन्मजात बीमारी से निजात

भीलवाडा, 10 अक्टूबर। शाला स्वास्थ्य परीक्षण कार्यक्रम के तहत जिले के विभिन्न ब्लॉकों में विशेषज्ञ चिकित्सकों की जांच में पाए गए चिन्ह्ति जन्मजात विकृतियों से ग्रसित हृदय रोग, हकलाने-तुतलाने, मोतियाबिंद, भेंगापन, बहरापन व कान बहने वाले कुल 12 बच्चों को जिला कलक्टर श्री आशीष मोदी ने कलेक्ट्रेट कार्यालय से वाहन को हरी झण्डी दिखाकर चिरंजीवी योजना व आरबीएसके कार्यक्रम के तहत अनुमोदित चिकित्सालयों में उच्चतर ईलाज के लिए रवाना किया। इन बच्चों में 5 बच्चों का स्पीच थैरेपी के माध्यम से जिला अस्पताल में इलाज किया जायेगा। इस दौरान सीएमएचओ डॉ. मुस्ताक खान, डिप्टी सीएमएचओ डॉ. घनश्याम चावला, डॉ. सोनिया छाबडा, फिजियोथेरेपिस्ट श्री शान्तिलाल सहित अन्य अधिकारीगण मौजूद थे।

जिला कलक्टर आशीष मोदी ने बताया कि जन्मजात बीमारियों से ग्रसित बच्चों को जीवन जीने में कई तरह की कठिनाईयों का सामना करना पडता है। इनके नीरस जीवन में रोशनी की किरण बिखेरने के लिए राज्य सरकार कृतसंकल्प है। चिकित्सा विभाग द्वारा चलाये जा रहे शाला स्वास्थ्य परीक्षण कार्यक्रम के तहत जिले में चौथे राउंड में स्क्रीनिंग में पाए गये बच्चों को लगातार उच्चतर इलाज के लिए राज्य सरकार के अनुमोदित चिकित्सा संस्थानों में भिजवाया जा रहा है। आगे भी जिले के जन्मजात बीमारियों से ग्रसित बच्चों को, जिन्हें ऑपरेशन की आवश्यकता होगी तथा जो आर्थिक तंगी, गरीबी व बेरोजगारी के कारण अपना उपचार करवाने में असमर्थ है, उन्हें प्राथमिकता प्रदान कर राज्य सरकार की उच्च स्तर की निःशुल्क स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ दिलवाया जायेगा। इस दौरान जिला कलेक्टर ने पूर्व में सर्जरी के लिए भिजवाये गये बच्चों से और इनके पेरेंट्स से राज्य सरकार की ओर से दिये गये उपचार के संबंध में वार्ता कर कुशलक्षेम पूछी।

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मुस्ताक खान ने बताया कि जिले में जन्मजात बीमारियों से जूझ रहे बच्चों की विद्यालयों में स्क्रीनिंग कर सरकार द्वारा निःशुल्क सर्जरी की सुविधा प्रारम्भ की गई है। सोमवार को स्क्रीनिंग में सर्जरी की आवश्यकता वाले जन्मजात हृदय रोग, स्क्विंट रोग, जन्मजात मोतियाबिंद, एनएमआई, कॉक्लियर इम्प्लांट तथा ओटिटिस रोग के 7 बच्चों को सर्जरी के लिए सुधा हॉस्पिटल, कोटा, पेसिफिक हॉस्पिटल, उदयपुर व देव ईएनटी हॉस्पिटल, भीलवाड़ा भिजवाया गया है साथ ही हकलाने-तुतलाने वाले 5 बच्चों को स्पीच थेरेपी के माध्यम से इलाज उपलब्ध कराने हेतु जिला चिकित्सालय भिजवाया गया ।

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