रिटायर्ड फौजी के मेहनत से कमाए हुए 35 लाख रुपए लूट ले गए : लुटेरों ने गन पॉइंट पर की वारदात

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रिटायर्ड फौजी के मेहनत से कमाए हुए 35 लाख रुपए लूट ले गए : लुटेरों ने गन पॉइंट पर की वारदात

गौरव रक्षक/न्यूज नेटवर्क
झुंझुनूं 19 अगस्त ।

झुंझुनूं के चिड़ावा में रिटायर्ड फौजी के घर हथियारबंद लुटेरों ने धावा बोल दिया । आरके मार्बल के पास गली में रिटायर्ड फौजी महेंद्र मेघवाल (45) का घर है । लुटेरे घर में घुसे और गन पॉइंट पर जेवर नकदी समेत 35 लाख की लूट को अंजाम देकर फरार हो गए ।

जाने से पहले फौजी को रस्सियों से बांध दिया ।

घटना देर रात करीब 1.45 बजे की बताई जा रही है । उस समय फोजी घर में अकेला था ।

गैलरी से जाली का गेट तोड़कर घुसे

रिपोर्ट में बताया कि महेंद्र मेघवाल का मकान सूरजगढ़ रोड पर चिड़ावा बाइपास रोड से 50 मीटर अंदर है । F I R में बताया गया की रात 1.30 से 1.45 के बीच गैलरी के जाली के गेट को तोड़कर 5 बदमाश घर में घुस आए । सभी की उम्र 25 से 35 साल के बीच थी ।

पीड़ित महेंद्र मेघवाल 2004 में सेना में हवलदार पद से रिटायर हुए थे ।

असम के तेजपुर में उनकी आखिरी पोस्टिंग थी। पांच साल पहले चिड़ावा बाइपास पर मकान बनाकर शिफ्ट हुए थे । उनका कहना है कि 26 साल नौकरी कर जो कमाया, सब चला गया ।
लुटेरे हिंदी, हरियाणवी-मारवाड़ी बोली से स्थानीय लग रहे थे । उन्होंने फौजी के मुंह पर टेप बांधी और मकान में खोजबीन शुरू की ।

अलमारियां खोलकर सोने-चांदी के जेवर और कैश ले गए ।

सूचना मिलते ही पुलिस के उच्च अधिकारी व जांच टीमें ने अपना काम सुरु कर दिया है । पुलिस ने कहा की वारदात का जल्द खुलासा कर देंगे ।
पीड़ित रिटायर्ड फौजी ने पुलिस से कहा कि रात
मैं जाली का गेट लगाकर सोया था । 3 बदमाशों ने दबोच लिया । 2 कमरे में घुस गए । काला कपड़ा मेरे मुंह पर बांध दिया । उनमें से 2 के हाथ में पिस्टल थी । एक ने मेरी कनपटी पर पिस्टल लगा दी । इसके बाद 20-25 मिनट में ही सारा सामान निकाल लिया। दोनों बहुओं और पत्नी के जेवर थे ।

घर में बिखरा पड़ा सामान और पीड़ित रिटायर्ड फौजी से घटना के बारे में जानकारी लेती पुलिस ।

 

पीड़ित का कहना है कि उसकी पत्नी अपने छोटे बेटे के पास अनूपगढ़ गई हुई थी। वह घर में अकेला था।

26 साल की मेहनत ले गए
फौजी ने कहा कि सोने के चूड़ा, चेन, मंगलसूत्र, रखड़ी अंगूठियां, चांदी के गहने, पाजेब, करीब 15 हजार कैश सब ले गए। जाते वक्त एक ने कहा कि इसके पैर में गोली मार देते हैं। दूसरे ने उसे रोका, कहा कि बंधा हुआ है। गोली मारने की जरूरत नहीं है। इसके बाद वे चले गए। करीब 25 मिनट बाद जैसे-तैसे खुद को छुड़ाया। फौजी ने कहा कि दो-दो पैसा जोड़कर, कर्ज लेकर ये सब कमाया था ।

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